जमीन के बदले सरकार हमें दे रही जख्म
किरतपुर से मनाली फोरलेन संघर्ष समिति की बैठक नागचला में हुई।
सहयोगी, नेरचौक : किरतपुर से मनाली फोरलेन संघर्ष समिति की बैठक नागचला में हुई। अध्यक्षता बिग्रेडियर खुशहाल ठाकुर ने की। खुशहाल ठाकुर ने कहा फोरलेन की जद में आने वाले किसानों को न तो सरकार हक दे पाई है, न ही एनएचएआइ। किसानों की उपजाऊ भूमि को बहुत कम भाव पर जबरदस्ती ले लिया गया है। किसानों को सर्कल रेट पर पैसा दिया गया है न कि उन्हें मुआवजा दिया है।
किसानों को उनकी जमीन का चार गुना मुआवजा मिलना चाहिए। जमीन की न तो निशानदेही करवाई जा रही है और न ही नक्शा दिया जा रहा है। भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के तहत चार गुना मुआवजा दिया जाना है। कई किसान ऐसे भी हैं जिनकी जमीन फोरलेन में गई है, लेकिन उन्हें उसका मुआवजा नहीं मिला है।
---------------------
चुनाव में दबाएंगे नोटा का बटन
फोरलेन प्रभावित बीरबल शर्मा ने कहा जो विस्थापित हो रहे हैं, उनके बारे में कोई कुछ नहीं सोच रहा। इसके विपरीत नोटिस थमाए जा रहे हैं कि जल्द से जल्द स्थान व मकान खाली करो। सरकार बात नहीं सुनती है तो आने वाले चुनाव में नोटा के बटन को दबाकर सभी किसान विरोध करेंगे। डडौर नौलखा संघर्ष समिति के प्रधान जो¨गद्र वालिया ने कहा सरकार विस्थापित होने वाले किसानों की स्थापन के लिए कदम उठाए। डडौर से लेकर नागचला तक कोई सर्विस रोड नहीं दिया गया है। किसानों को उनकी अपनी ही जमीन से पांच मीटर पीछे रहने को कहा जा रहा है। सड़क के दोनों ओर सर्विस सड़क सहित पक्की निकासी नालियों का निर्माण करवाया जाए।
------------------
संयुक्त संघर्ष समिति की बैठक 21 को
खुशहाल ठाकुर ने कहा हम अपने बुजुर्गो की जमीन दे रहे हैं। उसके बदले में सरकार हमें जख्मों के सिवाय कुछ नहीं दे रही। न्यायालय को भी गुमराह किया जा रहा है। 50 से अधिक केस किसानों के हक की लड़ाई के चल रहे हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। 15 सितंबर को मुख्यमंत्री के साथ बैठक होने जा रही है। परिणाम सकारात्मक नहीं निकलता है तो 21 सितंबर को कुल्लू में संयुक्त संघर्ष समिति की बैठक होगी। उसके बाद दो अक्टूबर से भूख हड़ताल की जाएगी। इस अवसर पर परस राम, बृजेश, भूप ¨सह सकलानी, दिले राम ठाकुर, यशवंत गुलेरिया आदि मौजूद रहे।