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यह क्रिकेट नहीं समाज के साथ है खेल

पद्धर उपमंडल के गांव देहात में अनपढ़ बुजुर्ग कोरोना क‌र्फ्यू का पूरी तरह पालन कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Apr 2020 08:17 PM (IST)Updated: Fri, 10 Apr 2020 06:20 AM (IST)
यह क्रिकेट नहीं समाज के साथ है खेल
यह क्रिकेट नहीं समाज के साथ है खेल

आशीष भोज, पद्धर

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पद्धर उपमंडल के गांवों में बुजुर्ग तो क‌र्फ्यू का पूरी तरह पालन कर रहे हैं, लेकिन पढ़े-लिखे युवा इस महामारी को हल्के में लेकर क्रिकेट खेल रहे हैं। युवाओं के इस रवैये से स्वजन भी परेशान हैं। ग्रामीण इलाकों में युवा दिन में भले ही घरों में रहते हैं, लेकिन शाम होते ही मैदानों का रुख कर लेते हैं। यहां शारीरिक दूरी का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा है। एक ही बल्ले और गेंद का प्रयोग सभी युवा कर रहे हैं। वहीं, कुछ लोग ताश खेल कर समय व्यतीत कर रहे हैं।

क‌र्फ्यू के कारण सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। ऐसे में शाम को मैदानों में युवाओं की भीड़ जुट रही है। स्कूलों में कोई चौकीदार भी नहीं हैं। स्वजन पुलिस को सूचित करने की चेतावनी भी दे रहे हैं, लेकिन कोई असर युवाओं पर नहीं हो रहा है। अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में इसी तरह का आलम है। यह छोटी लापरवाही बड़ी परेशानी बन सकती है। लोगों ने ग्रामीण इलाकों में भी शहरों की तर्ज पर पुलिस गश्त की मांग की है। कोरोना वायरस क्रिकेट खेलते हुए फैल सकता है। कोरोना एक जानलेवा वायरस है। क्रिकेट खेलते समय संक्रमित व्यक्ति से संक्रमण फैल सकता है। शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। इस तरह के खेल पूरी तरह बंद करने होंगे। अन्यथा यह लापरवाही भयानक रूप ले सकती है।

-डॉ. जीवानंद, मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी।

ग्रामीण इलाकों में युवा सरकार और प्रशासन के आदेश की अवहेलना करते हुए इस तरह की मौज मस्ती कर रहे हैं, जो अपराध है। क्रिकेट खेलते पकड़े गए तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

-मदनकांत शर्मा, डीएसपी पद्धर।


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