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लंगर में जहर मिला गुरुद्वारा पदाधिकारियों व संगत को मारने की कोशिश

मंडी के ऐतिहासिक गुरुद्वारे के लंगर में जहर मिलाकर वहां के पदाधिकारियों व संगत को मारने की साजिश का खुलासा हुआ है।

By BabitaEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 10:46 AM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 10:55 AM (IST)
लंगर में जहर मिला गुरुद्वारा पदाधिकारियों व संगत को मारने की कोशिश
लंगर में जहर मिला गुरुद्वारा पदाधिकारियों व संगत को मारने की कोशिश

मंडी, जेएनएन। पड्डल के ऐतिहासिक गुरु गोबिंद सिंह गुरुद्वारा के पदाधिकारियों व संगत को लंगर में जहर मिलाकर मारने की साजिश का खुलासा हुआ है। लंगर में जहर मिलाने का काम गुरुद्वारा के मुख्य लांगरी (रसोइया) बलविंद्र सिंह को सौंपा गया था। उसने पुलिस के समक्ष यह बात कबूल कर ली है।

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बलविंद्र सिंह ने मंडी शहर के बंटी नामक एक शख्स पर खाने में जहर मिलाने के आदेश दिए जाने का आरोप लगाया है। लांगरी के इस कबूलनामे का वीडियो व ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वह 30 साल से गुरुद्वारा में लांगरी का काम कर रहा है। वहीं 12 साल से गुरुद्वारे के प्रबंधक पद पर कार्यरत दूसरे गुट के जसपाल पुत्र दलीप सिंह को कुछ लोगों ने तलवार की नोक पर कमरे में एक घंटे तक बंधक बनाए रखा।उससे खाली शपथपत्र व कागजों पर हस्ताक्षर करवाए गए व जान से मारने की धमकी दी। सामान कमरे से बाहर फेंक दिया गया।

जबरन एक वाहन में बिठाकर रात को घर के नजदीक गुरुकोठा छोड़ दिया। मामले की शिकायत पुलिस के पास पहुंच गई है। सदर पुलिस ने आरोपित को पूछताछ के लिए थाना में तलब किया है। गुरुद्वारा पर कब्जे को लेकर यहां दो गुटों में फिर तनाव पैदा हो गया है। प्रशासन ने यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है। 

यह है विवाद

गुरु गोबिंद सिंह गुरुद्वारा का संचालन शुरू में स्थानीय कमेटी करती थी। 1984 में गुरुद्वारा का संचालन आंनदपुर साहिब के संत बाबा लाभ सिंह को सौंप दिया था। 2016 तक संचालन व कार सेवा का दायित्व संत बाबा लाभ सिंह के पास था। स्थानीय कमेटी मात्र सहयोग करती थी। गुरुद्वारा में संगत की तरफ से जितना चढ़ावा आता था। उसका कोई हिसाब नहीं था, वह सीधा आनंदपुर साहिब चला जाता था। स्थानीय कमेटी के लोग इसका काफी समय से विरोध जता रहे थे। 2016 में विधिवत चुनाव करवा स्थानीय कमेटी ने गुरुद्वारे का संचालन पूरी तरह से अपने हाथ में ले लिया था। गुरुकोठा साहिब व रिवालसर गुरुद्वारा का दायित्व भी स्थानीय कमेटी देख रही थी। इन दोनों गुरुद्वारा पर नेरचौक की एक कमेटी ने बीते दिनों कब्जाकर लिया था। पड्डल गुरुद्वारे पर भी कब्जे के प्रयास किए जा रहे हैं।

कुछ लोग गुरुद्वारों पर जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्य लांगरी को बंटी नाम शख्स ने लंगर में जहर मिलाने को कहा था। समय रहते इसका पता चलने से कई लोगों की जान बच गई।

-सुरेंद्र्र सिंह भाटिया, अध्यक्ष, गुरु गोबिंद सिंह गुरुद्वारा प्रबंधन समिति।

लंगर में जहर मिलाने की शिकायत मिली है। सदर पुलिस इसकी जांच कर रही है। तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस बल तैनाती कर आरोपितों से पूछताछ चल रही है।

-गुरदेव शर्मा, पुलिस अधीक्षक, मंडी।


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