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निगम की गैस एजेंसी में गोलमाल करने वाले से रिकवर होंगे 1.37 करोड़

प्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम की किलाड़ (पांगी) गैस एजेंसी में करीब 1.62 करोड़ रुपये का गोलमाल करने वाले संतोष कुमार से 1.37 करोड़ रुपये की रिकवरी होगी। प्रदेश सरकार की मंजूरी मिलने के बाद निगम ने संतोष कुमार से रिकवरी की कवायद शुरू कर दी है। रिकवरी की इतनी बड़ी राशि वेतन,पीएफ व संपत्ति से पूरी की जाएगी। सरकार के इस फैसले से आरोपित संतोष कुमार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। संतोष कुमार निगम की कि

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 03:40 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 03:40 PM (IST)
निगम की गैस एजेंसी में गोलमाल करने वाले से रिकवर होंगे 1.37 करोड़
निगम की गैस एजेंसी में गोलमाल करने वाले से रिकवर होंगे 1.37 करोड़

जागरण संवाददाता, मंडी : प्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम की किलाड़ (पांगी) गैस एजेंसी में करीब 1.62 करोड़ रुपये का गोलमाल करने वाले संतोष कुमार से 1.37 करोड़ रुपये की रिकवरी होगी। प्रदेश सरकार की मंजूरी के बाद निगम ने संतोष कुमार से रिकवरी की कवायद शुरू कर दी है। रिकवरी की इतनी बड़ी राशि वेतन, पीएफ व संपत्ति से पूरी की जाएगी। संतोष कुमार निगम की किलाड़ गैस एजेंसी में 2011 से सितंबर 2017 तक प्रभारी के पद पर कार्यरत था।

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सितंबर 2017 में निगम के क्षेत्रीय कार्यालय मंडी के उच्च अधिकारियों ने गैस एजेंसी के स्टोर का औचक निरीक्षण कर स्टॉक जांचा था। जांच में स्टोर में 2200 व्यावसायिक व 1400 घरेलू सिलेंडर कम पाए गए थे। इन सिलेंडरों का कोई पैसा भी निगम के खाते में जमा नहीं हुआ था। निगम ने संतोष कुमार को निलंबित कर विभागीय जांच बिठाई थी। जांच के बाद संतोष कुमार को चार्जशीट कर दिया गया था। जांच कमेटी ने नुकसान की भरपाई के लिए संतोष कुमार से रिकवरी करने की सिफारिश की थी। जांच में यह बात सामने आई थी कि संतोष कुमार अकसर शराब के नशे में धुत रहता था। लोगों व विभिन्न विभागों को सिलेंडर बेच पैसा डकारता रहा। जांच में कुछ विभागों को उधार में व्यावसायिक सिलेंडर देने की बात भी सामने आई थी। छह साल तक निगम के उच्च अधिकारियों ने भी गैस एजेंसी का ऑडिट व स्टॉक की जांच करना उचित नहीं समझा। सिलेंडर घोटाले में निगम के कई अन्य कर्मचारियों व अधिकारियों की मिलीभगत के आरोप भी लगे थे लेकिन संतोष कुमार को ही बलि का बकरा बनाया गया था। छह साल तक स्टॉक का मिलान भी फर्जी तरीके से होता रहा। स्टोर से सिलेंडर गायब होने का सिलसिला 2016 के आसपास शुरू हुआ था, फिर भी उच्च अधिकारियों ने मामले में चुप्पी साध रखी।

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निगम की किलाड़ गैस एजेंसी से सिलेंडर गायब होने के मामले में पूर्व प्रभारी संतोष कुमार से 1.37 करोड़ रुपये की राशि वसूली जाएगी। सरकार ने रिकवरी करने की मंजूरी दे दी है।

तनुजा जोशी, कार्यकारी निदेशक, प्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम।


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