मंडी में जयराम की जय
हंसराज सैनी मंडी विधानसभा लोकसभा व ग्रामीण संसद के चुनाव के बाद अब नगर निगम चुनाव में मंडी
हंसराज सैनी, मंडी
विधानसभा, लोकसभा व ग्रामीण संसद के चुनाव के बाद अब नगर निगम चुनाव में मंडी में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जय हुई है। क्षेत्र की जनता ने मुख्यमंत्री की हां में हां मिलाई है। पंडित सुखराम परिवार व कांग्रेस को यहां मुंह की खानी पड़ी है। लोकसभा चुनाव की तरह पंडित सुखराम गृह वार्ड समखेतर व पैलेस कॉलोनी-दो में पार्टी की लाज नहीं रख पाए। यहां भाजपा बाजी मार गई।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के खिलाफ जहर उगलना सुखराम परिवार को इस बार भी महंगा पड़ा। चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद शहर की परिक्रमा करने वाले सदर हलके के विधायक अनिल शर्मा को मतदाताओं ने कोई तवज्जो नहीं दी। निगम की जिन चार वार्डों में कांग्रेस प्रत्याशी विजयी रहे हैं। वह पार्टी नहीं बल्कि अपने बूते चुनाव जीते हैं। निगम की 15 से 11 सीटों पर भाजपा ने कब्जा किया है। कांग्रेस को महज चार सीटों से संतोष करना पड़ा है। बड़ी बात यह रही कि पंडित सुखराम परिवार ने जिन लोगों को कांग्रेस का टिकट दिलाया था। उनमें एक भी प्रत्याशी जीत हासिल नहीं कर पाया है। खलियार, नेला वार्ड में कांग्रेस की जीत तय मानी जा रही थी। मंगवाई वार्ड में अवश्य उलटफेर हुआ है। यहां बागी भाजपा की जीत की राह में रोड़ा बन गए। पड्डल वार्ड में कांग्रेस का सबसे बड़ा स्तंभ ढह गया। पुष्पराज शर्मा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खास सिपहसालार हैं। उनकी हार से कांग्रेस पार्टी को जोरदार झटका लगा है। बैहना वार्ड में कांग्रेस की जीत तय मानी जा रही थी। यहां भाजपा बाजी मारने में सफल रही। तल्याहड़ से लेकर बैहना तक आठ वार्डों में भाजपा ने कांग्रेस को कहीं टिकने नहीं दिया इन वार्डों में मतदाताओं ने कांग्रेस को पूरी तरह से नकार दिया।
पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर व प्रकाश चौधरी अपने-अपने हलके के एक-एक वार्ड में कांग्रेस प्रत्याशी की जीत सुनिश्वित करने में सफल रहे। नगर निगम का चुनाव भाजपा कांग्रेस के बजाय, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व पंडित सुखराम परिवार के बीच का चुनाव बन गया था। पंडित सुखराम परिवार ने चुनाव में जीत हासिल करने के लिए हर हथकंडा अपनाया, लेकिन मतदाताओं के आगे उनकी एक नही चली।