खुद सबसे अधिक मतों से जीत, संसदीय उपचुनाव में डुबोई पार्टी प्रत्याशी की नैया
सुरेंद्र शर्मा मंडी विधानसभा चुनाव में प्रदेश में सबसे अधिक (16000 से अधिक) मतों से जीत का से
सुरेंद्र शर्मा, मंडी
विधानसभा चुनाव में प्रदेश में सबसे अधिक (16,000 से अधिक) मतों से जीत का सेहरा पहन कर दूसरी बार विधानसभा की चौखट लांघने वाले व पूर्व लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को 25,000 से अधिक मतों की बढ़त दिलाने वाले नाचन के विधायक विनोद कुमार संसदीय उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी ब्रिगेडियर खुशाल को बढ़त दिलाने में नाकाम साबित हुए। विनोद कुमार जिले में अकेले ऐसे विधायक हैं जिनके विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह को 2571 मतों की बढ़त मिली है।
मंडी संसदीय उपचुनाव में सराज से सटे नाचन विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को काफी उम्मीदें थी। भाजपा थिकटैंक नाचन से 15 से 20 हजार मतों की बढ़त लेने को लेकर आश्वस्त थे। मंगलवार को घोषित परिणाम ने नाचन के प्रति लगाई गई सभी उम्मीदों को झटका दिया।
जिला के शेष अन्य आठ विधानसभा क्षेत्रों से हालांकि भाजपा को बढ़त मिली है लेकिन सराज व जोगेंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र के अलावा किसी भी अन्य क्षेत्र से भाजपा को ऐसी बढ़त नहीं मिल पाई जो पार्टी प्रत्याशी के सिर पर जीत का सेहरा बांध सके। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला से संबंध रखने वाले विधायक थिकटैंक की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए हैं। भाजपा से वर्तमान में मनमुटाव वाले सदर के विधायक अनिल शर्मा के विधानसभा क्षेत्र तथा विधानसभा चुनाव में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी जीत हासिल करने वाले जोगेंद्रनगर के विधायक प्रकाश राणा भी पार्टी प्रत्याशी को बढ़त दिलाने में कामयाब रहे। बल्ह, सरकाघाट करसोग, सदर व सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्रों से भी भाजपा को उम्मीदों को अनुरूप बढ़त नहीं मिल पाई है। इसका खामियाजा भाजपा को मंडी संसदीय सीट को हाथ से गंवाकर भुगतना पड़ा है। संसदीय उपचुनाव में विधायकों की परफार्मेंस उनके राजनीतिक भविष्य की दिशा व दशा भी तय करेगी।