सुंदरनगर, करसोग व सरकाघाट में भाजपा की बल्ले-बल्ले
जिले के छह शहरी निकायों में से सुंदरनगर करसोग व सरकाघाट में
हंसराज सैनी, मंडी
जिले के छह शहरी निकायों में से सुंदरनगर, करसोग व सरकाघाट में भाजपा की बल्ले-बल्ले हुई है। जोगेंद्रनगर और रिवालसर में कांग्रेस वापसी करने में कामयाब रही है। नगर परिषद नेरचौक में दोनों दल अपनी-अपनी जीत का दावा जता रहे हैं। यहां अन्य सत्ता की चाबी अपने हाथ में लेने में सफल रहे हैं। नगर परिषद सरकाघाट के निवर्तमान अध्यक्ष संदीप वशिष्ठ को हार का मुंह देखना पड़ा है। उन्हें मात्र 37 वोट ही मिल पाए। नगर परिषद नेरचौक के निवर्तमान उपाध्यक्ष चेतराम उर्फ मणि को भी क्षेत्र की जनता ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अपना वार्ड ढांगू महिला के लिए आरक्षित होने पर वह वार्ड तीन नेरचौक प्रथम से किस्मत आजमा रहे थे। उन्हें मात्र 69 वोट से ही संतोष करना पड़ा। नगर पंचायत करसोग की निवर्तमान उपाध्यक्ष ममता देवी को भी हार का सामना करना पड़ा।
सुंदरनगर को छोड़ किसी अन्य निकाय में भाजपा व कांग्रेस ने अपने-अपने समर्थित प्रत्याशी घोषित नहीं किए थे। जहां अंकगणित पक्ष में नहीं है वहां अब अन्यों पर अपना दावा जताया जा रहा है। नगर परिषद नेरचौक में कमोवेश यही स्थिति बन गई है। भाजपा व कांग्रेस नेता पांच-पांच समर्थकों की जीत का दावा कर रहे हैं। नगर परिषद जोगेंद्रनगर में भाजपा को गुटबाजी भारी पड़ी। मंडी लोकसभा क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप शर्मा की गृह नगर परिषद में संगठन के पदाधिकारी पार्टी की लाज नहीं बचा पाए। हालांकि यहां विधायक प्रकाश राणा अपने चार समर्थकों की जीत का दावा जता रहे हैं। वह जिन्हें अपना समर्थक बता रहे हैं वह कांग्रेस के मंडल से लेकर जिला स्तर के पदाधिकारी हैं। नगर परिषद सरकाघाट में भाजपा अपने पांच समर्थकों के जीत का दावा जता रही है। यहां जीत हासिल करने वाले खुद को अन्य बता रहे हैं। नगर पंचायत रिवालसर में भाजपा को मात्र एक सीट पर संतोष करना पड़ा है। नगर पंचायत करसोग में भाजपा की झोली में तीन सीटें आई हैं। अब सभी निकाय में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की सरदारी के लिए जोड़तोड़ का खेल शुरू हो गया है। कुल मिलाकर छह निकायों में कांग्रेस के बजाय भाजपा का प्रदर्शन अच्छा रहा है।