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किराये के भवन में चल रहा भद्रोता उप तहसील भवन

जाने के बाद भी उपतहसील कार्यालय भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। दो दो बार शिलान्यास व भूमि पूजन के बाद भी भवन निर्माण के लिए बजट का प्रावधान नहीं हो पाया है। किराए के भवन में चल रहे भवन में रोजाना राजस्व कार्य करवाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भद्रोता क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का पैतृक गृह क्षेत्र है। 25 जनवरी 199

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 May 2019 03:29 PM (IST)Updated: Sat, 18 May 2019 03:29 PM (IST)
किराये के भवन में चल रहा भद्रोता उप तहसील भवन
किराये के भवन में चल रहा भद्रोता उप तहसील भवन

संवाद सहयोगी, सरकाघाट : उपमंडल के भद्रोता में पांच साल बीत जाने के बाद भी उपतहसील कार्यालय भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। दो-दो बार शिलान्यास व भूमि पूजन के बाद भी भवन निर्माण के लिए बजट का प्रावधान नहीं हो पाया है। किराये के भवन में चल रहे कार्यालय में रोजाना राजस्व कार्य करवाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भद्रोता क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का पैतृक गृह क्षेत्र है। 25 जनवरी 1998 को भद्रवाड़ पहुंचने पर स्कूल मैदान में आयोजित जनसभा में तहसील भवन के निर्माण की घोषणा की गई थी। इसके बाद कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में तहसील भवन का शिलान्यास और भूमि पूजन किया गया, लेकिन भवन निर्माण पर एक ईंट तक नहीं लग पाई है। दोहपी नामक स्थान पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने 3 मार्च 2014 को उप तहसील का विधिवत उद्घाटन किया था। भद्रवाड़ में आयोजित जनसभा में पूर्व मुख्यमंत्री ने एक वर्ष के अंदर भवन का निर्माण करने की घोषणा की थी। 27 अगस्त 2017 को उपतहसील के भवन निर्माण को लेकर भूमि पूजन एवं निर्माण कार्य का शुभारंभ पूर्व मंत्री एवं सीएम के राजनीतिक सलाहकार रंगीला राम राम द्वारा सरकाघाट में कर शिलान्यास पट्टिका भी चस्पा कर दी गई। स्थानीय लोगों ने भवन निर्माण के लिए भूमि भी दान कर दी है लेकिन अभी तक भवन निर्माण नहीं हो पाया है। भद्रोता के दोहपी में प्रस्तावित उपतहसील कार्यालय भवन निर्माण के लिए तमाम राजस्व रिकॉर्ड एवं अन्य दस्तावेज शिमला भेज दिए गए हैं। अभी तक वहां से स्वीकृति नहीं मिल पाई है।

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बाल किशन चौधरी, एसडीएम सरकाघाट

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