शिक्षक ने घर के आंगन में बना दिया बैडमिंटन कोर्ट
जागरण संवाददाता मंडी मोबाइल फोन व ऑनलाइन खेलों की चकाचौंध में स्वास्थ्य को भूल रहे बच्चों
जागरण संवाददाता, मंडी : मोबाइल फोन व ऑनलाइन खेलों की चकाचौंध में स्वास्थ्य को भूल रहे बच्चों के लिए मढ़धार गांव निवासी शारीरिक शिक्षक डा. केशवराम ने गांव में ही बैडमिटन कोर्ट बना दिया है। डा. केशव राम ने कोर्ट पर अपनी जेब से 70 हजार रुपये खर्च किए हैं।
बैजनाथ स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय कियोर में तैनात शारीरिक शिक्षक डा. केशव राम बताते हैं कि उन्होंने देखा कि बच्चे मोबाइल गेम्स में रहते हैं। इससे उनके स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपने गांव के बच्चों के लिए बैडमिटन कोर्ट बनाने का निर्णय लिया। पहले उन्होंने गांव में जगह देखी लेकिन उचित स्थान न मिलने के कारण घर के आंगन को ही बैडमिटन कोर्ट में बदल लिया।
उनका आंगन पहले से ही सीमेंट का बना था। ऐसे में इस पर थोड़ा काम करवाने और पेंट आदि लगने के बाद बैडमिटन कोर्ट तैयार किया गया। इस कार्य के लिए उनके भाई प्रो. चमन उनके प्रेरणास्त्रोत बने हैं। बुधवार को नवनिर्वाचित पंचायत प्रधान धर्मपाल ठाकुर, उपप्रधान राकेश ठाकुर ने कोर्ट का उद्घाटन किया।
डा. केशव ने बताया कि यह कोर्ट गांव के लिए सुबह शाम खुला रहेगा। उनका इसे बनाने का मकसद केवल बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और मोबाइल फोन के कारण होने वाले नुकसानों से बचाना है।
शारीरिक शिक्षा में पीएचडी डा. केशव राम पांच साल बतौर रिसर्च स्कॉलर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर स्तर के विद्यार्थियों को पढ़ा चुके हैं। इस मौके पर हवलदार राम सिंह ठाकुर, एडवोकेट धनदेव, बृजलाल व अन्य मौजूद रहे।