बल्ह नहीं जाहू में बनाया जाए हवाई अड्डा, किसान संघर्ष समिति ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बल्ह में बनने वाले प्रस्तावित हवाई अड्डे को जाहू में बनाने के लिए पत्र लिखा है।
मंडी,जेएनएन। बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बल्ह में बनने वाले प्रस्तावित हवाई अड्डे को जाहू में बनाने के लिए पत्र लिखा है। संघर्ष समिति की बैठक में उपजाऊ जमीन में हवाई अड्डे को जमीन न देने की बात पुन: दोहराई गई है।
बैठक में अध्यक्ष जोगेंद्र वालिया ने कहा कि क्षेत्र की उपजाऊ भूमि को हर हाल में बचाया जाए। गैर कृषि कार्य के लिए उपजाऊ भूमि का उपयोग किसान तभी करने को तैयार होता है, जब और विकल्प बंद हो जाएं। यहां करीब 12000 से अधिक आबादी प्रस्तावित हवाई अड्डे के निर्माण से प्रभावित होगी और 2000 स्थानीय परिवार प्रभावित होंगे। साथ ही कई लोग बेरोजगार हो जाएंगे जो कृषि पर निर्भर हैं। उक्त क्षेत्र को फ्लड जोन घोषित किए जाने के बावजूद सरकार यहां पर हवाई अड्डा बनाकर केवल आपदा को न्योता दे रही है। गत वर्ष 13 अगस्त 2018 को इस प्रस्ताविक हवाई पट्टी का करीब 80 प्रतिशत क्षेत्र पानी की चपेट में था। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित हवाई अड्डे के दायरे में आने से लगभग 25 एकड़ की भूमि में फैला डीपीएफ डोयडा जंगल खत्म हो जाएगा। डडोर-ततापानी प्रस्तावित राष्ट्रीय उच्च मार्ग, डडोर-कुम्मी वाया कन्सा-टान्वा रोड, सयांह-ढाबण- डडोह- हटगढ़ रोड, डडोह- डीनक-डुंगराइ-कनैड रोड भी इसकी चपेट में आएंगे।
सचिव नंदलाल वर्मा ने बताया कि यदि सरकार एयरपोर्ट बनाने की दिलचस्पी रखती हैं तथा इसके लिए कटिबद्ध है तो जाहू में बिना पहाड़ काटे और किसानों को उजाड़े 3150 मीटर हवाई पट्टी का निर्माण किया जा सकता है। अन्यथा प्रस्तावित 72 सीटर हवाई जहाज के लिए मंडी जिला में ही नंदगढ़, ढांगसीधार, मौवीसेरी आदि उपयुक्त जगह है । यदि जाहू में हवाई अड्डा बनाया जाता है तो मंडी,बिलासपुर, हमीरपुर को जोडऩे का काम करेगा। साथ ही यदि मुआवजा सर्कल रेट के अनुसार मिलता है तो जमीन कौडियों के भाव बिकेगी, जो किसानों का मंजूर नहीं है। अत: लोग नहीं चाते ही कि यहां पर हवाई अड्डा बने। बैठक में परस राम अध्यक्ष किसान सभा, प्रेम दास चौधरी, भवानी ङ्क्षसह, भगीरथ, प्रदीप कुमार, हरी राम चौधरी, गुलाम रसूल, चुनी लाल आदि शामिल हुए।