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जहरीली शराब कांड: फार्मूला जम्‍मू का, पानी हमीरपुर का, बोतलें परवाणू की, स्टिकर चंडीगढ़ के और लोगों की मौत का सामान तैयार

हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में हुई सात मौतों के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने कई लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है। डीआइजी मंडी मधुसूदन शर्मा ने बताया कि 20 जनवरी को चार आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को सुराग मिलते गए और मामला अंतरजिला नहीं अपितु अंतरराज्‍यीय निकला।

By Navneet ShramaEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 05:43 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 05:43 PM (IST)
जहरीली शराब कांड: फार्मूला जम्‍मू का, पानी हमीरपुर का, बोतलें परवाणू की, स्टिकर चंडीगढ़ के और लोगों की मौत का सामान तैयार
डीआइजी मधुसूदन ने बताया कि ईडी को भी जांच के लिए कहा जाएगा।

हंसराज सैनी, मंडी। हमीरपुर के अवैध शराब प्‍लांट में मिक्सिंग ठीक न होने से शराब जहरीली हो गई और उससे सात जीवन समाप्‍त हो गए। हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में हुई सात मौतों के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने कई लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है। डीआइजी मंडी मधुसूदन शर्मा ने बताया कि 20 जनवरी को चार आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को सुराग मिलते गए और उसने पाया कि यह मामला अंतरजिला नहीं अपितु अंतरराज्‍यीय है। आर्थिक जांच के लिए ईडी को भी कहा जाएगा। 

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हमीरपुर में फैक्‍टरी प्रवीण की, गौरव भी सरगना

पुलिस के मुताबिक कालू नाम का आदमी शराब वितरण का सरगना था जबकि गौरव मिन्हास भी सरगना था। हमीरपुर के बॉटलिंग प्लांट का मालिक प्रवीण ठाकुर है जिसका संबंध कांग्रेस नेता के साथ बताया जा रहा है। शराब के लिए पानी हमीरपुर से, बोतल हमीरपुर से, खाली पेटी परवाणू से आती थी और जम्मू के एके त्रिपाठी ने फॉर्मूला दिया था। चंडीगढ़ से स्टीकर आते थे, ढक्कन परवाणू से आते थे। पुलिस ने अब तक हमीरपुर से 6000 बोतल बरामद की है। गौरव मिन्‍हास के घर से 25 लाख रुपये बरामद किए गए हैं। वीआरवी के स्टीकर भी बरामद हुए हैं।

शराब की सप्लाई ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर व मंडी में हुई

पुलिस को नालागढ़ की फैक्टरी से बड़ी मात्रा में शराब व कच्चा माल बरामद हुआ है। शराब की सप्लाई ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर व मंडी में हुई। पुलिस के मुताबिक अंबाला का सागर सैनी स्पिरिट उपलब्ध करवाता था और कारोबार हमीरपुर से चलता था। नालागढ़ से मनु व गगन नामक दो लोग और गिरफ्तार किए हैं।

जहां यह 25 टन की खेप बनाई जा रही थी वह फैक्‍टरी प्रवीण ने अपने घर की दूसरी मंजिल में चला रखी थी।शराब की पेटियों से भरे दो कमरों को बाहर से लॉक लगा होता था, अंदर काम होता था।


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