मच्छयाल में बनेगा 40 मीटर लंबा डबल वैली ब्रिज
जोगेंद्रनगर-सरकाघाट मार्ग के मच्छयाल में 40 मीटर लंबा डबल वैली ब्रिज बनेगा। इस पर पांच करोड़ 58 लाख रुपये की राशि खर्च होगा। वैली ब्रिज दो साल में बनकर तैयार होगा। इसके लिए लोक निर्माण विभाग ने कार्य शुरु कर दिया है।
जोगेंद्रनगर, संवाद सहयोगी : जोगेंद्रनगर-सरकाघाट मार्ग के मच्छयाल में 40 मीटर लंबा डबल वैली ब्रिज बनेगा। इस पर पांच करोड़ 58 लाख रुपये की राशि खर्च होगा। वैली ब्रिज दो साल में बनकर तैयार होगा। इसके लिए लोक निर्माण विभाग ने कार्य शुरु कर दिया है। अब इस से भारी वाहन भी आवागमन कर सकेंगे। जबकि दशकों पुराने ङ्क्षसगल लेन पुल में वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। सरकाघाट मार्ग पर नए पुल की सौगात सांसद रामस्वरूप शर्मा ने दी थी। इससे वाहन चालकों में खुशी की लहर है। इन दिनों पुराने पुल को तहस नहस करने का कार्य भी जोरों पर चल रहा है। अब वाहनों की आवाजाही लोक निर्माण विभाग द्वारा एक अन्य पुल से की जा रही है, जोकि पुराने पुल से दो किलोमीटर दूरी पर स्थापित है। इसकी क्षमता 16 टन है। यहां पर एक समय में पांच किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से एक वाहन की ही आवाजाही की अनुमति दी गई है, लेकिन इस मार्ग पर वाहनों की अधिक आवाजाही के कारण यहां पर एक समय में दो से अधिक भारी वाहन भी गुजर रहे हैं। ऐसे में इस पुल पर हादसों का खतरा भी बढ़ रहा है।
लोक निर्माण विभाग ने पुलिस बल की मांग
लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता बलबीर ठाकुर ने कहा है कि पुराने पुल को आवाजाही के लिए बंद कर दिया है। अब एक अन्य पुल से वाहनों की आवाजाही की जा रही है। इस पुल पर एक समय में भारी वाहन आवागमन कर रहे हैं। इसकी शिकायत मिली है। यहां पर स्थानीय प्रशासन को लिखित मांग पत्र सौंपकर पुलिस बल की तैनाती की मांग की है। एसडीएम अमित मेहरा ने विभाग को आश्वस्त करवाया है कि वह इस मामले में स्थानीय पुलिस थाना प्रभारी से विचार विमर्श कर उचित समाधान खोजेगें।
सरकाघाट मार्ग पर पुराने वैली ब्रिज पर सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पर विराम लगा दिया गया है। इस स्थान पर डबल लेन पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ है। दो साल के बाद भारी वाहनों की आवाजाही के लिए इस्तेमाल में लाया जाएगा। इस पर पांच करोड़ 58 लाख रुपये की राशि खर्च की जा रही है। फिलहाल एक अन्य पुराने पुल से वाहनों की आवाजाही जारी है।
बलबीर ठाकुर, अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी जोगेंद्रनगर।