अब अपने स्टाफ से चलेगा नेरचौक में ट्रामा सेंटर
नेरचौक मेडिकल कालेज में ट्रामा सेंटर अब 24 घंटे सेवाएं देगा।
मुकेश मेहरा, मंडी
नेरचौक मेडिकल कालेज में ट्रामा सेंटर अब 24 घंटे सेवाएं देगा। इसके लिए अस्पताल के स्टाफ की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। प्रदेश सरकार ने मेडिकल कालेज के ट्रामा सेंटर के लिए 27 पद अधिसूचित कर दिए हैं। इन पदों के भरते ही यहां आपातकालीन सेवाएं और पुख्ता होंगी।
प्रदेश के छह सरकारी मेडिकल कालेज में नेरचौक मेडिकल कालेज का अस्पताल पहला है जिसे अपना स्टाफ मिला है। पिछले वर्ष दिसंबर के अंतिम सप्ताह में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस संबंध में मंजूरी मिली थी। नेरचौक मेडिकल कालेज में अभी ट्रामा सेंटर को आर्थो विभाग चला रहा है। इसमें 30 बिस्तर की व्यवस्था है। चार चिकित्सकों और 10 स्टाफ नर्स की व्यवस्था आर्थो विभाग से की गई है। एक महीने में यहां करीब 300 मरीजों का उपचार होता है। सरकार ने यहां पर स्टाफ नर्स, ओटीए, रेडियोग्राफर व चतुर्थ श्रेणी के 27 पद अधिसूचित किए हैं। इन पदों के भरते ही यहां आपात स्थिति में आने वाले मरीजों का तुरंत इलाज होगा। अभी तक टांडा मेडिकल कालेज और आइजीएमसी शिमला में भी ट्रामा सेंटर की सुविधा पूरी तरह नहीं चली है। ये पद जाएंगे भरे
सरकार की ओर से जारी आदेश में स्टाफ नर्स के 10, ओटीए के पांच, रेडियोग्राफर के चार, मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नीशियन ग्रेड-2 के दो, प्लास्टर अस्सिटेंट के दो और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के चार पद अनुबंध आधार पर भरे जाएंगे। चिकित्सकों के पदों के लिए आदेश बाद में जारी होंगे। नेरचौक मेडिकल कालेज के ट्रामा सेंटर को टाइप टू का बनाने के लिए प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। इसके टाइप टू बनने से यहां न्यूरो सर्जन व कार्डियोलाजिस्ट भी तैनात होंगे और कार्डियक मानिटर, वेंटीलेटर आदि की संख्या भी बढ़ेगी।
प्रदेश सरकार ने नेरचौक मेडिकल कालेज के ट्रामा सेंटर के लिए 27 पद अधिसूचित किए हैं। ये पद जल्द भरे जाएंगे और ट्रामा सेंटर बेहतर सुविधा देगा। इससे अस्पताल पर ट्रामा सेंटर की निर्भरता समाप्त होगी।
-डा. आरसी ठाकुर, प्राचार्य, नेरचौक मेडिकल कालेज।