जनसुनवाई में लोग मंत्री से बोले, ग्रामीण क्षेत्र में नहीं चाहिए टीसीपी; पढि़ए पूरी खबर
टाउन एंड कंट्री प्लानिग द्वारा मनाली में आयोजित जन सुनवाई में ग्रामीणों में टीसीपी के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली।
मनाली, जेएनएन। टाउन एंड कंट्री प्लानिग द्वारा मनाली में आयोजित जन सुनवाई में ग्रामीणों में टीसीपी के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। इस जन सुनवाई में मनाली विधानसभा क्षेत्र की 12 पंचायतों के प्रतिनिधियों ने मंत्री के समक्ष एक स्वर में टीसीपी को ग्रामीण क्षेत्रो से बाहर करने को मांग की। ग्रामीणों का कहना है टीसीपी की औपचारिकता को पूरा करने के लिए उनके पास पर्याप्त भूमि नहीं है। भूमि कम होने के कारण वो आपने मकान का काम नहीं कर पा रहे हैं। मनाली के साथ लगती पंचायतों मनाली गांव की प्रधान मोनिका भारती, बशिष्ठ से प्रेम लाल, प्रीणी से शिव दयाल ने कहा ग्रामीण टीसीपी के मापदंडों को पूरा नहीं कर सकते, इसलिये ग्रामीण क्षेत्र को टीसीपी से मुक्त किया जाए।
होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनूप ठाकुर ने कहा टीसीपी के नियम ग्रामीण क्षेत्रों के अनुरूप नहीं हैं। उन्होंने कहा जो होटल व मकान बन चुके हैं उन्हें टीसीपी से नियमों में कुछ छूट दिलाई जाए। टीसीपी अधिकारी कुल्लू रीता महेंद्रू ने कहा टीसीपी के नियम लोगों के हित के लिए हैं। विभाग का भी लगातार प्रयास है कि टीसीपी के नियमों को सरलीकरण कर राहत दी जाए। मंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में इस तरह के जन सुनवाई के आयोजन किया जा रहा है। जो भी लोगों की समस्याएं हैं उनके समाधान के लिए सरकार प्रयासरत है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे अधिकार के साथ साथ कर्तव्यों का भी पालन करें और प्रदेश के विकास में अपना योगदान दे।