कोठी में ग्रामीण तैयार कर रहे उद्यान
रोहतांग सड़क मार्ग पर स्थित कोठी गांव के लोग कोठी और गुलाबा के मध्य चार हेक्टेयर भूमि पर कई तरह के जंगली फलों के पौधे रोप रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मनाली : रोहतांग सड़क मार्ग पर स्थित कोठी गांव के लोग कोठी और गुलाबा के मध्य चार हेक्टेयर भूमि पर कई तरह के जंगली फलों के पौधे रोप रहे हैं। वन विभाग के सहयोग से हो रहे इस पौधारोपण का मकसद इलाके में जंगली फलों का उद्यान विकसित करना है। इस उद्यान में न केवल पर्यटक और स्थानीय लोग घूमने का आनंद ले पाएंगे बल्कि ये विभिन्न जीव-जंतुओं के भोजन का स्त्रोत भी बनेगा। यह ईको टूरिज्म अभियान के अंतर्गत इलाके को हरा-भरा बनाने की मुहिम का हिस्सा है जिसमें वन विभाग स्थानीय लोगों की अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित कर रहा है।
पौधारोपण को लेकर पहले की अपेक्षा अब लोगों के विचार में भी बदलाव आया है। ग्रामीणों ने एक हजार देवदार के पौधे रोपने के बाद इस क्षेत्र को ईको टूरिज्म की दृष्टि से विकसित करने की पहल की है। वन विभाग की माने तो पूरे क्षेत्र में 2400 पौधे रोपे जाने हैं। विभाग के सहयोग से एक बाड़बंदी करने के बाद ग्रामीणों ने बीओ बृजेश कुमार व वनरक्षक नीरज ठाकुर की मौजूदगी में एक हजार जंगली फलदार और चौड़ी पत्ती के पौधे लगाए। यह इलाका भालू, बंदर सहित कई अन्य कई जीव-जंतुओं की पसंदीदा जगह है। इस कारण ग्रामीण इनके लिए पार्क तैयार कर रहे हैं। जंगली खनोर, जंगली अखरोट, जंगली जामुन, मैपल से लेकर कई प्रजातियों के पौधे यहां लगाए जा रहे हैं। कोठी के ग्रामीणों में खेमराज, नंद लाल, रमेश चंद, हेम राज व पन्ना लाल ने बताया कि आने वाले दिनों में वन विभाग की मदद से यहां कुछ औषधीय पौधे लगाने की भी योजना है। बरसात में पौधारोपण तो सभी कर रहे हैं लेकिन इस अभियान के पीछे लक्ष्य होना जरूरी है। हमारा लक्ष्य फलदार पौधे तैयार करने के साथ-साथ इको टूरिज्म को बढ़ावा देना है। सरकार अगर माठी वन वाली सड़क में पुल का निर्माण कर देती है तो यह समस्त क्षेत्र ईको टूरिज्म के रूप में विकसित हो सकता है।
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सरकार जल्द ही माठी वन क्षेत्र को ईको टूरिज्म के लिहाज से विकसित करने जा रही है। जल्द ही कोठी नाले में पुल का निर्माण करवाया जाएगा ताकि पर्यटक माठीवन तक पहुंच सकें और यहां की वादियों का आनंद उठा सकें। लोगों से आग्रह है कि पौधारोपण के साथ इनके संरक्षण की भी शपथ लें ताकि ये पौधे पेड़ बन सकें।
-गोविद ठाकुर वन, परिवहन एवं खेल मंत्री।