कोरोना के खिलाफ मोर्चे पर डटी रही दो महिला चिकित्सक
जागरण संवाददाता मनाली मनाली की बरान व शलीण पंचायतों में कोरोना के मामले कम करने में द
जागरण संवाददाता, मनाली : मनाली की बरान व शलीण पंचायतों में कोरोना के मामले कम करने में दो महिला चिकित्सकों ने अहम भूमिका निभाई। सैंपलिंग व टेस्टिंग ही नहीं लोगों को कोरोना के खिलाफ जागरूक भी किया।
स्वास्थ्य केंद्र बरान की दो चिकित्सक पालमो कटोच, डा. अदिति मल्होत्रा और सहायक ठाकुर दास कोरोना के खिलाफ मोर्चे पर डटे रहे। 17 मील में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत के बाद लोग सहम गए थे। इसके बाद लगातार मामलों में बढ़ोतरी हुई। फिर शालीन पंचायत में भी मामले बढ़ने लगे। इसके बाद कोरोना से क्लाथ स्थित वृद्धाश्रम में दो बुजुर्गों की मौत हो गई और 14 अन्य बुजुर्ग संक्रमित पाए गए। डायबिटीज से जूझ रही डा. पालमो खुद भी चपेट में आ गई। उनके पति व बेटा भी पाजिटिव आ गए, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। डा. अदिति ने डा. पालमो का बखूबी साथ निभाया और लगातार कोरोना टेस्ट किए। ठीक होते ही डा. पालमो ने भी ड्यूटी ज्वाइन कर ली। न सिर्फ अपने अधीन आने वाला क्षेत्र, बल्कि जरूरत पड़ने पर दूसरे इलाकों में भी कोरोना टेस्ट और कोरोना मरीजों की निगरानी को पहुंचने लगी। डाक्टरों ने लोगों के घर पहुंच कर उनको समझाया और जागरूक किया। दोनों डॉक्टर और सहायक रोजाना क्लाथ के वृद्धाश्रम जाकर संक्रमित बुजुर्गों से मिलते, उनकी स्वास्थ्य जांच करते, दवा देते और मनोबल बढ़ाते। इनकी मेहनत रंग लाने लगी और सभी बुजुर्ग ठीक होने लगे।
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भगवान ने डाक्टरों को लोगों की मदद करने का मौका दिया है जिस पर वे खरा उतरने की कोशिश कर रही हैं। एक वक्त ऐसा भी आया कि हालात बेकाबू होते दिख रहे थे, लेकिन अब सब ठीक हो गया।
-डा. पालमो कटोच।
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स्वास्थ्य केंद्र बरान के डाक्टर और अन्य स्टाफ ने कोरोना से जंग में जीतोड़ मेहनत की है। क्लाथ स्थित वृद्धाश्रम में हुई मौत और बुजुर्गों का संक्रमित होना चिताजनक था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम की निगरानी और लोगों के सहयोग से ही स्थिति काबू में आ सकी।
-डा. रंजीत ठाकुर, बीएमओ नग्गर।