पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देगा स्नो यूथ फेस्टिवल
तकनीक शिक्षामंत्री डॉक्टर रामलाल मार्कंडेय ने कहा कि स्नो फेस्टि
जागरण संवाददाता, केलंग : तकनीक शिक्षामंत्री डॉक्टर रामलाल मार्कंडेय ने कहा कि स्नो फेस्टिवल के माध्यम से समृद्ध ट्राइबल संस्कृति को एक मंच पर लाया जा रहा है। फेस्टिवल का उद्देश्य यहां के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देना है। सरकार लाहुल स्पीति में पर्यटन को बढ़ावा देने को प्रयासरत है और आधारभूत ढांचे को विकसित करने में जुटी हुई है। वह शनिवार को स्नो फेस्टिवल के तहत जाहलमा गांव में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अटल टनल के खुलने से लाहुल घाटी के लोगो को बर्फ की कैद से छुटकारा मिलने के उपलक्ष्य पर स्नो फेस्टिवल का आगाज हुआ है और यह मार्च तक चलेगा। सुविधाओं के अभाव में इस बार सर्दियों में पर्यटक नही पहुंच पाए। आने वाले समय में संरचनात्मक ढांचे को विकसित किया जाएगा ताकि पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिले। पूरे लाहुल को टेलीकॉम नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। अगली सर्दियों तक लाहुल मे 24 घंटे नल में पानी की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने महिला मंडलों व युवक मंडलों की ओर से आयोजित कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति हमारे जीवन की पहचान है। सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित रखने व इसे वैश्विक पर्यटन से जोड़ने में यह स्नो फेस्टिवल कारगर साबित होगा। मुख्यातिथि ने कोरोना योद्धाओं को भी सम्मानित किया। उन्होंने पारंपरिक व्यंजनों सहित लाहुली हस्तशिल्प से बनी चीजों, तथा पुरानी धरोहर को दर्शाती दुर्लभ वस्तुओं के स्टॉलों का भी अवलोकन किया।
जाहलमा में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आगाज महिला व युवक मंडलों द्वारा निकाली गई झांकी यात्रा से किया गया। यह झांकी स्कूल परिसर जाहलमा तक निकली। महिला मंडल जाहलमा, जुंडा तलजोन, फुडा, गोहरमा, चेवर, जसरथ, रापे, मुरिग, नालडा, घरबोग, कोठी रपडींग, क्वांग सहित कई सांस्कृतिक दलों ने प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर टीएसी सदस्या पुष्पा, डीएसपी हेमंत ठाकुर, निदेशक उच्च शिक्षा सुरजीत राव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।