बर्फ से निर्मित लक्ष्य पर साधे निशाने
संवाद सूत्र केलंग लाहुल घाटी में शुक्रवार को दछंग उत्सव की धूम रही। दाछांग को हर घ्
संवाद सूत्र, केलंग : लाहुल घाटी में शुक्रवार को दछंग उत्सव की धूम रही। दाछांग को हर घाटी में अलग-अलग नाम से जाना जाता है। इसमें लोग बर्फ से निर्मित लक्ष्य पर निशाना साधते हैं। ढोल-नगाड़ों की धुनों के बीच लोग दिनभर तीर धनुष का खेल खेलते हैं। गाहर घाटी में इसे नमरंग्स कहा जाता है। शिवरात्रि के दौरान मनाया जाने वाले उत्सव में बर्फ के दो लक्ष्य बनाए जाते हैं, एक को देवता का रूप व एक को दैत्य का रूप माना जाता है। तीर-धनुष तब तक खेल जाता जाता है जब तक दैत्य स्वरूप को तहस-नहस नहीं किया जाता है।
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पर्यटन विकसित करने को सरकार गंभीर : मार्कंडेय
जागरण संवाददाता, केलंग : तकनीकी शिक्षा मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने कहा कि लाहुल स्पीति जिला में पर्यटन को विकसित करने के लिए सरकार गंभीर है। जिले में स्नो फेस्टिवल के अंतर्गत हर गांव में आयोजित हो रहे उत्सव से समृद्ध परंपराओं के बारे में देश-दुनिया को जानने का अवसर मिल रहा है। जिले में साहसिक पर्यटन की बहुत संभावनाएं हैं। स्नो क्लाइंबिग, रॉक क्लाइंबिंग व ट्रेकिग जैसे साहसिक पर्यटन को विकसित किया जाएगा। 14 मार्च को लाहुल एडवेंचर टूरिज्म सोसायटी की ओर से एमटीबी ऑफ रोड साइकिलिग चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है।
सिस्सू, उदयपुर व त्रिलोकनाथ में आने वाले ग्रीष्मकालीन पर्यटन को देखते हुए एसजेवीएन फाउंडेशन की ओर से लगभग 21 लाख से हाई मास्ट लाइट लगाई जाएगी। उपायुक्त पंकज राय ने कहा कि पर्यटन व्यवस्था को विकसित करने के लिए प्रशासन प्रयासरत है। ठोस कूड़ा निष्पादन, पेयजल, पार्किंग आदि मूलभूत अधोसंरचना को स्थापित करने के साथ सामुदायिक सहयोग से कार्य कर रहे हैं।