आंगनबाड़ी केंद्रों का नियमित निरीक्षण करें
समेकित बाल विकास सेवाओं की जिलास्तरीय अनुश्रवण एवं समीक्षा समिति और जि
संवाद सहयोगी, कुल्लू : समेकित बाल विकास सेवाओं की जिलास्तरीय अनुश्रवण एवं समीक्षा समिति और जिला बाल संरक्षण समिति की अलग-अलग बैठकों की अध्यक्षता करते हुए एडीएम अक्षय सूद ने शुक्रवार को महिला और बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की।
एडीएम ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी नियमित रूप से आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करके सभी आवश्यक सुविधाओं का जायजा लें। इन केंद्रों के माध्यम से शिशुओं, गर्भवती व धात्री महिलाओं को पूरक पोषाहार वितरण, शिशुओं की शालापूर्व शिक्षा, बच्चों व गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण और स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला में बच्चों के पोषण व स्वास्थ्य की स्थिति काफी अच्छी पाई गई है। इस वित्त वर्ष में विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के आधार पर किए गए विकास प्रबोधन के दौरान पांच वर्ष तक की आयु के कुल 28,648 बच्चों का वजन लिया गया। इनमें 283 बच्चे आंशिक रूप से कुपोषित पाए गए, जबकि केवल 15 बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित मिले। अक्षय सूद ने बताया कि जिला के एडीएम ने आंगनबाड़ी केंद्रों के भवनों का कार्य जल्द पूरा करने तथा शौचालयों की मरम्मत के प्रस्ताव अतिशीघ्र प्रेषित करने के निर्देश दिए। जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक में एडीएम ने कहा कि विषम परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों का कल्याण और उनके अधिकारों की रक्षा ही समिति का मुख्य उद्देश्य है। समिति ने चाइल्ड लाइन की मदद से जिला के विभिन्न क्षेत्रों से कई बच्चों को रेस्क्यू किया है। हाल ही में तीन नेपाली बच्चों को सुरक्षित उनके माता-पिता तक पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि किशोर न्याय अधिनियम के तहत जिला में इस समय चरा बाल-बालिका गृह संचालित किए जा रहे हैं।
एडीएम ने अधिकारियों और संचालकों को इन केंद्रों में सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।उजिला के सभी मुख्य सार्वजनिक स्थलों और स्कूलों में चाइल्ड लाइन का हेल्पलाइन नंबर 1098 प्रदर्शित किया जाना चाहिए। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष रोहिणी चौधरी, जिला बाल संरक्षण समिति की अध्यक्ष कृष्णा देवी और समिति के अन्य सरकारी व गैर सरकारी सदस्य भी उपस्थित थे।