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एसएमसी शिक्षकों की सेवाएं की जाएं बहाल

जागरण संवाददाता केलंग स्पीति घाटी की 13 पंचायतों के प्रतिनिधियों ने प्रदेश सरकार से स्कू

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Sep 2020 04:19 PM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2020 06:22 AM (IST)
एसएमसी शिक्षकों की सेवाएं की जाएं बहाल
एसएमसी शिक्षकों की सेवाएं की जाएं बहाल

जागरण संवाददाता, केलंग : स्पीति घाटी की 13 पंचायतों के प्रतिनिधियों ने प्रदेश सरकार से स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) शिक्षकों की सेवाओं को बहाल करने की मांग की है। मांग के समर्थन में शुक्रवार को जनप्रतिनिधियों ने एडीएम काजा के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन भेजा है।

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पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि एसएमसी शिक्षकों को बाहर करने से प्रदेश के सबसे दुर्गम क्षेत्र स्पीति के सरकारी स्कूलों में विकट समस्याएं पैदा हो गई हैं। 17 जुलाई 2012 को जनजातीय तथा अति दुर्गम क्षेत्र में रिक्त पदों को भरने के लिए व पढ़ाई सुचारू रखने के लिए एसएमसी शिक्षकों की भर्ती हुई थी। सर्दी में माइनस 30 डिग्री के बीच एसएमसी शिक्षकों ने ही सेवाएं दी हैं।

जिला परिषद सदस्य लोवजंग गयल्सन, टीएसी सदस्य राजेंद्र बौद्ध, हंसा पंचायत प्रधान टकपा, काजा के प्रधान लामो, खुरिक के प्रधान संजीव, डेमूल के प्रधान पदमा, ग्यू के प्रधान छेरिग व ताबो के प्रधान देचेन ने सरकार से आग्रह किया कि एसएमसी शिक्षकों की सेवाओं को जारी रखे।

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कहां कितने एसएमसी शिक्षक हैं तैनात

लोसर में पांच, हंसा में सात, किबर में चार, रांगरिक में चार, काजा में नौ, मने में नौ, ताबो में दो, गुलिग में दो, शगनम में सात, ढंखर में तीन, लालूग में दो, हल में एक, हुर्लिंग में एक, पोह में एक, डेमुल में पांच, मुद में दो, तेलिग में एक, तंगति में एक, हिक्कम में एक, कीह में एक, टशीगंग में एक, क्योटो में दो, क्योमों में दो, चिचम में दो व लंगचा में एसएमसी शिक्षक सेवाएं दे रहा है।


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