इस साल पर्यटकों के लिए जल्दी खुलेगा रोहतांग दर्रा, बीआरओ कल गुलाबा से शुरू करेगा बर्फ हटाने का कार्य
Rohtang Pass सर्दियों में बिछी बर्फ की मोटी परत को पिघलाने के लिए बीआरओ ने तैयारी शुरू कर दी है। इस बार पर्यटक जल्दी ही रोहतांग दर्रे का दीदार कर सकेंगे।
मनाली, जेएनएन। सर्दियों में बिछी बर्फ की मोटी परत को पिघलाने के लिए बीआरओ ने तैयारी शुरू कर दी है। इस बार पर्यटक जल्दी ही रोहतांग दर्रे का दीदार कर सकेंगे। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने इस बार आत्यधुनिक स्नो कटर मशीनें अपने बेड़े में शामिल की हैं, ऐसे में मई की अपेक्षा अप्रेल में ही रोहतांग दर्रा पर्यटकों के लिए खुल सकता है।
वीरवार को पूजा-पाठ कर मनाली से 22 किलोमीटर दूर गुलाबा से बीआरओ रोहतांग दर्रे की बहाली को कदम बढ़ाएगा। बीआरओ के लिए गुलाबा से गुफा होटल तक लगभग 55 किलोमीटर सड़क से बर्फ हटाना शेष है। रोहतांग दर्रे के बहाल होते ही दिसंबर महीने से बर्फ में कैद लाहुल घाटी के लोग रोहतांग दर्रा होते हुए कुल्लू से जुड़ जाएंगे।
राहलाफाल नाले में बीआरओ लगभग 30 फीट उंची बर्फ की दीवार को चीर कर आगे बढ़ेगा, जबकि राहनीनाला से बीआरओ की अग्नि परीक्षा शुरू हो जाएगी। सर्दियों में लगातार हुई बर्फबारी से मनाली-लेह मार्ग में बर्फ के पहाड़ खड़े हो गए हैं। जगह-जगह हिमस्खलन भी हुए हैं, जिससे मुश्किलें बढ़ सकती हैं। राहलाफाल, चुंबक मोड़, ब्यासनाला, राहनीनाला, डोहरी मोड़ सहित कोकसर से गुफा होटल तक 20 से अधिक स्थानों में हिमस्खलन हुआ है। अधिकतर नालों में हुए हिमस्खलन से 40 से 80 फीट तक बर्फ की ऊंची दीवार चीर कर रास्ता बनाना होगा। मार्ग बहाली में मौसम अभी भी चुनौती पेश कर सकता है। लेकिन इस बार मिशन फतेह में बीआरओ के खेमे में दो अत्याधुनिक स्नो कटर शामिल किए गए हैं।
बीआरओ का दावा है कि एक से डेढ़ महीने में रोहतांग दर्रे के दोनों छोर को जोड़ दिया जाएगा। बीआरओ रोहतांग सुरंग परियोजना के अधिकारी भी लाहुल के लोगों की यथासंभव मदद कर रहे हैं और विपदा की घड़ी में आने जाने की सुविधा दे रहा है। सीमा सड़क संगठन के कमांडर उमा शंकर ने कहा मनाली की ओर से गुलाबा और लाहुल की ओर गुफा होटल से रोहतांग दर्रे पर चढ़ाई की जाएगी। उन्होंने कहा रोहतांग दर्रे की बहाली मौसम की परिस्थितियों पर निर्भर रहेगी