रोहतांग दर्रे के दीदार के लिए अभी करना होगा इंतजार
जागरण संवाददाता मनाली दुनिया के पर्यटकों में अपनी खास पहचान बनाने वाले 13050 ऊंचे रोहतांग
जागरण संवाददाता, मनाली : दुनिया के पर्यटकों में अपनी खास पहचान बनाने वाले 13050 ऊंचे रोहतांग दर्रे के दीदार के लिए अभी इंतजार करना होगा। इस बार सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने रोहतांग बहाली का कार्य शुरू नहीं किया है। हालांकि इस बार सर्दियों में बर्फबारी कम हुई है। मनाली से 26 किलोमीटर दूर राहलाफाल तक सड़क से बर्फ पिघल गई है, लेकिन गुलाबा से रोहतांग तक जगह-जगह हिमस्खलन हुआ है जिस कारण सड़क बंद है।
रोहतांग दर्रे की बहाली के लिए प्रशासन गंभीरता दिखा रहा है, लेकिन बीआरओ की मानें तो सामरिक ²ष्टि से महत्वपूर्ण मनाली-लेह मार्ग को बहाल करना उनकी प्राथमिकता है। अप्रैल के पहले सप्ताह बीआरओ रोहतांग दर्रे की बहाली के रुख करेगा। अटल टनल बनने के बाद से सैलानी रोहतांग दर्रे का रुख नहीं कर रहे हैं। लेकिन बर्फबारी कम होने के कारण अप्रैल में रोहतांग ही एक ऐसा पर्यटन स्थल होगा जहां सैलानी बर्फ का दीदार कर सकेंगे। पहले बीआरओ रोहतांग दर्रे की बहाली को प्राथमिकता देता था, लेकिन टनल ने बीआरओ की राह आसान की है।
एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने बताया कि चुंबक मोड़ तक सड़क बहाल है। शीघ्र ही बीआरओ के साथ बैठक की जाएगी और रोहतांग दर्रे की बहाली को लेकर चर्चा की जाएगी। पर्यटकों और पर्यटन से संबंधित स्थानीय लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लिया जाएगा। बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि लेह मार्ग बहाली बीआरओ की प्राथमिकता रहेगी। अप्रैल के पहले सप्ताह बीआरओ रोहतांग का रुख करेगा।