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दुनिया जानेगी 'ऑपरेशन खुकरी'

19 साल पहले विदेशी धरती पश्चिमी अफ्रीका में भारतीय सेना के साहसिक अभिया

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Jul 2019 06:00 AM (IST)Updated: Mon, 15 Jul 2019 06:41 AM (IST)
दुनिया जानेगी 'ऑपरेशन खुकरी'
दुनिया जानेगी 'ऑपरेशन खुकरी'

कमलेश वर्मा, कुल्लू

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19 साल पहले विदेशी धरती पश्चिमी अफ्रीका में भारतीय सेना के साहसिक अभियान 'ऑपरेशन खुकरी' की कहानी के बारे में अब पूरी दुनिया जानेगी। 15 जुलाई, 2000 को आपरेशन खुकरी में 18 ग्रेनेडियर ने अफ्रीका में विद्रोहियों के चंगुल में फंसे 240 शांति सैनिक, जिनमें 234 भारतीय सैनिक थे, को आजाद करवाकर विदेशी धरती पर वीरता के झंडे गाड़े थे।

बिग्रेडियर खुशहाल ठाकुर के नेतृत्व में पूरी बटालियन सिरालियोन की धरती पर उतरी थी और विद्रोहियों के छक्के छुड़ाए। भारतीय सेना की जिस वीरता को देश व दुनिया ने सराहा था उस पर एक बॉलीवुड फिल्म बनाई जा रही है। कारगिल युद्ध के हीरो रहे ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर सहित उन सभी जवानों, जो कि इस अभियान का हिस्सा रहे हैं, की बहादुरी अब शीघ्र ही बड़े पर्दे पर नजर आएगी। ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने टीम के साथ जिस ऑपरेशन खुकरी को अंजाम दिया था। इस पर शाहरुख खान प्रोडक्शन फिल्म बना रहा है। ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर का किरदार शाहरुख खान निभा रहे हैं। फिल्म की स्क्रिप्ट मशहूर लेखक गिरीश कोहली लिख रहे हैं और वह इस सिलसिले में ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर से कई बार मुलाकात कर ऑपरेशन खुकरी के बारे में जानकारी भी ले चुके हैं। कुल्लू व मंडी जिला की सीमा पर स्थित नगवाईं गांव निवासी सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर को कारगिल युद्ध का हीरो भी कहा जाता है। फिल्म की शूटिग अफ्रीका में की जा रही है। इस साल के अंत तक फिल्म रिलीज होने की उम्मीद है।

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15 जुलाई, 2000 को शुरू हुआ था ऑपरेशन खुकरी

भारत सरकार ने टाइगर हिल जीतने के बाद बहादुर ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर को दलबल के साथ सिरालेयोन भेजा था। खुशहाल ठाकुर का कहना है कि उन दिनों वह 18 ग्रेनेडियर के कप्तान थे और इनके पास 900 जवानों की यूनिट थी। इनके साथ गोरखा रेजीमेंट और वायु सेना भी थी। 15 जुलाई, 2000 को इस टीम ने जंगल में विद्रोहियों के चंगुल में फंसे भारतीयों सहित यूनाईटेड नेशंस पीस कीपिग के सभी लोगों को सुरक्षित छुड़ा लिया था।

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कठिन परिस्थितयों का किया सामना : खुशहाल

बकौल खुशहाल ठाकुर, कठिन परिस्थितियों और कई बाधाओं को सामना करने के बाद बंधकों को छुड़वाने में सफलता हासिल की थी। बंधकों को छुड़वाकर जब 18 ग्रेनेडियर लौट रहे थे तो विद्रोहियों ने घात लगाकर सैनिकों पर हमला किया। इसकी चपेट में सेना का एक वाहन आ गया, जिसमें हिमाचल के हवलदार किशन कुमार शहीद और सूबेदार लीला राम गंभीर रूप से घायल हो गए थे। ऑपरेशन की सफलता के बाद तत्कालीन रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नाडीज वीर सैनिकों का हौसला बढ़ाने के लिए दशहरी आम लेकर सिरालियोन आए थे और भारतीय फौज के साथ जश्न मनाया था।

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क्यों रखा ऑपरेशन खुकरी नाम

ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर के अनुसार जो 234 भारतीय सैनिक अफ्रीका में विद्रोहियों ने बंधक बना रखे थे वे सभी गोरखा रेजीमेंट के थे। गोरखाओं के पास खुकरी होती है। इसलिए नाम ऑपरेशन खुकरी रखा गया।


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