आधिकारिक तौर पर लेह मार्ग बंद
जागरण संवाददाता मनाली सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण 428 किलोमीटर लंबा मनाली-लेह मार्ग अब आि
जागरण संवाददाता, मनाली : सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण 428 किलोमीटर लंबा मनाली-लेह मार्ग अब आधिकारिक तौर पर बंद हो गया है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) इस मार्ग को अब अगले साल गर्मियों में ही बहाल करेगा। हिमाचल के दारचा और लद्दाख के उपशी के बीच बर्फ को अब साफ नहीं किया जाएगा।
यह राजमार्ग हर साल 15 अक्टूबर को आधिकारिक रूप से बंद हो जाता था। इस साल बीआरओ ने सैन्य काफिले की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए नवंबर तक राजमार्ग को चालू रखा। अक्टूबर और नवंबर में चार बार राजमार्ग से बर्फ हटाकर मार्ग सुचारू रखा। 23 से 26 नवंबर तक भारी बर्फबारी के बाद राजमार्ग फिर अवरुद्ध हो गया।
बीआरओ अधिकारी ने बताया कि मनाली-केलंग-दारचा सड़क को खुला रखा जाएगा। दारचा से आगे लेह तक राजमार्ग बंद रहेगा। मनाली-लेह राजमार्ग को सेना की लाइफ लाइन कहा जाता है। इस वर्ष यह मार्ग लद्दाख में भारत-चीन गतिरोध के कारण बहुत व्यस्त रहा। बीआरओ अधिकारियों ने बताया कि मनाली-लेह मार्ग पर दारचा और सरचू के बीच का क्षेत्र कभी-कभी 30 से 50 फीट मोटी बर्फ और बर्फ के नीचे रहता है। क्षेत्र में तापमान शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है। पटसेऊ से उपशी तक लगभग 200 किलोमीटर के हिस्से में कोई बस्ती, मोबाइल सिग्नल या मदद के लिए नहीं है। वहीं, लेह प्रशासन ने भी लोगों को सरचू की ओर न जाने की सलाह दी है। प्रशासन ने आम जनता, पर्यटकों और ट्रांसपोर्टरों को उपशी से आगे नहीं जाने को कहा है।
लेह के उपायुक्त सचिन कुमार ने कहा कि लेह-मनाली हाईवे मौसम की खराब स्थिति, बर्फबारी, अत्यधिक ठंड और फिसलन वाली सड़क के कारण उपशी और सरचू के बीच बंद है। बर्फबारी से 26 नवंबर को बंद हुई यह सड़क अगले आदेश तक सभी तरह के वाहनों के आवागमन के लिए बंद रहेगी।