अंतरराष्ट्रीय मंच पर छाया कुल्लू का दिव्यांग
संवाद सूत्र, कुल्लू : कहते हैं पूत के पांव पालने के नजर आते हैं, इसी बात को सत्य साबित किया है कुल्ल
संवाद सूत्र, कुल्लू : कहते हैं पूत के पांव पालने के नजर आते हैं, इसी बात को सत्य साबित किया है कुल्लू जिला के डूंखरा गांव के रहने वाले ठाकुर दास ने। जन्म से ही दिव्यांग ठाकुर दास पहले ही अपनी गरीबी के कारण बहुत परेशान था और एक ओर अपनी दिव्यांगता से भी ग्रस्त था। उस समय घर की हालात बहुत खराब थी। पिता रेहड़ी-फड़ी चलाकर घर का गुजर बसर कर रहे थे। उसी दौरान ठाकुर दास को नव चेतना संस्था एक ऐसी संजीवनी मिली जिसने आज दिव्यांग का नाम प्रदेश ही नहीं देश में भी रोशन कर दिया।
संस्था ने आज दिव्यांग ठाकुर दास का जीवन ही बदल दिया और नवचेतना संस्था ने तीन वर्षों तक स्नोबोर्ड का प्रशिक्षण ठाकुरदास को करवाया और इसने भी अपनी प्रतिभा का लोहा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनवाया है।
वर्ष 2017 में अंतरराष्ट्रीय स्नो बोर्ड प्रतियोगिता में ठाकुर दास ने एक रजत और एक कांस्य पदक जीतकर प्रदेश का ही नहीं देश का नाम रोशन किया है। इसके बाद विश्व शरद खेलों में 2017 में भी मेडल जीतने पर ठाकुर दास को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश जयराम ठाकुर की मौजूदगी में 29 मई को सुंदरनगर में चार लाख का चैक और प्रशस्ति पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया। इसी संदर्भ में बुधवार को दिव्यांग उपायुक्त कुल्लू यूनुस से दिव्यांग ठाकुर दास मिला। उन्होंने ठाकुर दास की प्रशंसा की और बधाई दी।