शांघड़ में ग्रामीणों के सहयोग से बिजली बहाल
लगातार हुई बर्फबारी के बाद बंद हुई शांघड़ क्षेत्र की विद्युत सप्लाई को बिजली बोर्ड के कर्मचारियेां और लोगों के सहयोग से बहाल किया गया है। घाटी की 15 पंचायतों में पिछले दो-तीन दिनों से अंधेरा पसरा हुआ था। हालांकि विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों की कड़ी मशक्कत के बाद लारजी बिहाली सपांगनी तलाड़ा त्रेढा शलवाड़ तथा सैंज इत्यादि गांवों में लोगों को ठीक विद्युत सेवा मिलती रही लेकिन घाटी के धाऊगी कनौण बनोगी दुशाहड़ सुचैहण शांघड़ शैंशर देहुरिधार रैला तथा गाड़ापारली पंचायतों के ऊपरी
संवाद सहयोगी, सैंज : लगातार हुई बर्फबारी के बाद बंद हुई शांघड़ क्षेत्र की विद्युत सप्लाई को बिजली बोर्ड के कर्मचारियों और लोगों के सहयोग से बहाल किया गया है। घाटी की 15 पंचायतों में पिछले तीन दिनों से अंधेरा पसरा हुआ था। हालांकि विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों की कड़ी मशक्कत के बाद लारजी, बिहाली, सपांगनी तलाड़ा, त्रेढा, शलवाड़ तथा सैंज इत्यादि गांवों में लोगों को ठीक विद्युत सेवा मिलती रही, लेकिन घाटी के धाऊगी, कनौण, बनोगी, दुशाहड़, सुचैहण, शांघड़, शैंशर, देहुरिधार, रैला तथा गाड़ापारली पंचायतों के ऊपरी क्षेत्रों में वीरवार शाम को भी अंधेरा पसरा रहा। हालांकि अधिकतर क्षेत्रों में ग्रामीणों ने अपने स्तर पर लाइनों को दुरुस्त करना शुरू कर दिया था, लेकिन बिजली महकमे में स्टाफ की कमी के कारण अधिकतर गांव अंधेरे में रहने को विवश हुए।
उधर, शांघड़ पंचायत में वीरवार सुबह से ही लोगों ने स्वयं ही लाइनों को दुरुस्त करना शुरू किया और शुक्रवार दोपहर तक शांघड़ की 70 प्रतिशत लाइनें दुरुस्त कर दी। हालांकि इस दौरान एकमात्र बिजली कर्मचारी लोगों के साथ उपस्थित रहा।
उधर, विभाग के कनिष्ठ अभियंता गणेश लाल ने कहा कि बर्फबारी लाइनों का काफी नुकसान हुआ है। लेकिन विभाग की ओर से बिजली आपूर्ति के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। ब़र्फबारी से अधिकत्तर क्षेत्रों की बिजली बाधित हुई है। लेकिन मौसम खुलते ही विभाग ने युद्धस्तर पर कार्य शुरू किया है। जिसमें आम जनता का भी सहयोग मिल रहा है।
राज पराशर, एसडीओ लारजी।