Move to Jagran APP

शाही स्नान को रवाना हुए त्रिपुरा सुंदरी व देवता शेषनाग

धरोहर गांव नग्गर की आराध्य माता त्रिपुरा सुंदरी के नए भंडार गृह का निर्माण कार्य पूरा होते ही मंगलवार को माता शाही स्नान के लिए वशिष्ठ रवाना हो गई। साथ में नग्गर गांव के ही देवता शेषनाग भी माता के साथ शाही स्नान के लिए रवाना हुए हैं। बुधवार को सुबह वशिष्ठ में शाही स्नान करने के बाद माता वापिस अपने देवालय पहुंचेंगी और अपने भंडार गृह की प्रतिष्ठा कर वहां पर विराजेंगी। माता त्रिपुरा सुंदरी

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 09:59 PM (IST)Updated: Wed, 11 Dec 2019 06:16 AM (IST)
शाही स्नान को रवाना हुए त्रिपुरा सुंदरी व देवता शेषनाग
शाही स्नान को रवाना हुए त्रिपुरा सुंदरी व देवता शेषनाग

संवाद सूत्र, पतलीकूहल : धरोहर गांव नग्गर की अराध्य माता त्रिपुरा सुंदरी के नए भंडार गृह का निर्माण कार्य पूरा होते ही मंगलवार को माता शाही स्नान के लिए वशिष्ठ रवाना हो गई। साथ में नग्गर गांव के ही देवता शेषनाग भी माता के साथ शाही स्नान के लिए रवाना हुए हैं। बुधवार को सुबह वशिष्ठ में शाही स्नान करने के बाद माता वापस अपने देवालय पहुंचेंगी और अपने भंडार गृह की प्रतिष्ठा कर वहां पर विराजेंगी। माता त्रिपुरा सुंदरी के पुजारी श्याम सुंदर ने बताया कि माता का भंडार गृह काफी पुराना हो चुका था और माता ने नया भंडार गृह बनाने के आदेश दिए थे। उन्होंने बताया कि नए भंडार गृह को बनाने के लिए करीब पांच वर्ष का समय लग गया।

loksabha election banner

उन्होंने बताया कि भंडार गृह बनकर तैयार हो गया है। लेकिन इसकी प्राण प्रतिष्ठा से पहले माता का शाही स्नान करने की धार्मिक प्रथा है। जिसका निर्वहन करने के लिए माता और देवता शेषनाग वशिष्ठ के लिए रवाना हो गए हैं।

उन्होंने बताया कि गत सोमवार देर रात माता अपने देवालय से अपने हारियानों सहित शाही स्नान के लिए निकली हैं और रात्रि विश्राम मढ़ी में हुआ जहां पर माता और देवता का ग्रामीणों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। मंगलवार सुबह गांववासियों की ओर से गांव में ब्रह्मभोज का प्रबंध किया गया और उसके बाद पूजा-अर्चना के बाद माता व देवता आगे की यात्रा के लिए रवाना हुए। देर शाम देवी व देवता वशिष्ठ पहुंचे जहां पर माता त्रिपुरा सुंदरी और देवता शेषनाग भगवान राम के मंदिर में विराजमान हुए। बुधवार की सुबह शाही स्नान होने के बाद दोनों देवी व देवता अपने देवालय की ओर प्रस्थान करेंगे। देवता शेषनाग के कारदार जोगिद्र आचार्य ने बताया कि 12 दिसंबर को भंडार गृह की प्राण प्रतिष्ठा होगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.