फिर आया जनमंच, पहले की समस्याएं नहीं हुई हल
आनी आम लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान उनके घरद्वार पर ही करने के
संवाद सहयोगी, आनी : आम लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान उनके घरद्वार पर ही करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा आरंभ किए गए जनमंच कार्यक्रम यूं तो प्रदेश सरकार की अच्छी पहल है। इन कार्यक्रमों की भले ही प्रदेश सरकार वाहवाही लूट रही हो, लेकिन जनमंच कितना कारगर है इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है। इन कार्यक्रमों में जनता द्वारा मंत्रियों और प्रशासनिक अमले के समक्ष रखी गई, अधिकांश समस्याओं का या तो हल नहीं निकला है या फिर उनके समाधान की फाइलें यहां वहां चक्कर काट रही हैं। जबकि जनमंच में पहुंचने वाली जनता आज भी अपनी समस्या के समाधान के इंत•ार में हैं।
सात जुलाई को एक बार फिर से जनमंच कार्यक्रम होना है, लेकिन छह माह पहले दिसंबर में जनमंच में उठाई गई बहुत सी समस्याएं आज भी सुलझ नहीं पाई हैं। कांडी गांव के महेंद्र कुमार ने कहा कि उन्होंने दिसंबर माह की दो तारीख को चुनावों से पहले शवाड़ में आयोजित अंतिम जनमंच में कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गोविद सिंह ठाकुर के समक्ष मुंडदढ़ पंचायत के कुईनाला से कांडी गांव के लिए आने वाली पेयजल योजना की खस्ताहाली को लेकर समस्या उठाई थी। चिमनीनाला में एक बेकार पड़े हैंडपंप से पानी लिफ्ट कर सैकड़ों लोगों लाभांवित करने की मांग की थी। महेंद्र कुमार का कहना है कि आज भी समस्या दूर नहीं हुई है।
फनौटी गांव के रमेश ठाकुर ने रोहचड़ा से करशाला पेयजल लाइन के निर्माण में लापरवाही बरतने का ठेकेदार और आइपीएच विभाग पर आरोप लगाया था। लेकिन आज भी पाइप खुले में है। उपरोक्त मामलों की उन्हें जानकारी नहीं है, मैं इन सभी मामलों को प्रमुखता से सुलझाने का प्रयास करूंगा।
-राज कुमार कौंडल अधिशाषी अभियंता सिचाई विभाग आनी। ------------- 28875 शिकायतों का अब तक हो चुका है निपटारा - प्रदेश में जनमंच के माध्यम से आई 32316 शिकायतें
-जनमंच की समीक्षा करते हुए प्रदेश संयोजक नरेंद्र बरागटा ने दी जानकारी
जागरण संवाददाता, मनाली : प्रदेश में हुए अब तक के जनमंचों में कुल 32316 शिकायतें मिली है। जिनमें से 28875 शिकायतों का निपटारा हो चुका है। यह जानकारी विधानसभा के मुख्य सचेतक एवं जनमंच के प्रदेश संयोजक नरेंद्र बरागटा ने वीरवार को उपायुक्त कार्यालय के सभागार केलंग में जनमंच कार्यक्रम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। बरागटा ने बताया कि हिमाचल में जनमंच कार्यक्रमों के जरिए जनता की समस्याओं का निपटारा घरद्वार पर हो रहे हैं। लाहुल स्पीति जैसे बोर्डर क्षेत्र में जिला प्रशासन द्वारा बेहतर कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जनमंच के जरिए बेटी है अनमोल योजना में 5446, डिजीटल राशन कार्ड 515358, गृहणी सुविधा योजना में 45599, जनधन योजना में 140205, किसान क्रेडिट कार्ड में 167431, मातृ शिशु टीकाकरण 40681, सामाजिक सुरक्षा पेंशन 210733 के तहत प्रदेश के लोगों को फायदा मिला है। जिला में संचार सेवाओं को दुरस्त करने के लिए मामला मुख्यमंत्री के जरिए भारत सरकार के समक्ष उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश स्तर पर मुख्यमंत्री स्वयं जनमंच की समीक्षा करते हैं। भविष्य में सीमा सडक संगठन और भारत संचार निगम लिमेटिड के अधिकारियों की जनमंचों में भागीदारी सुनिश्चत की जाएगी। ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त निदेशक ज्ञान सागर नेगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह जनमंच में प्राप्त लोगों की शिकायतों और मांगों को अलग अलग फार्मेट में लें।
इस अवसर पर एसडीएम अमर नेगी, एसपी राजेश धर्माणी, पीओ आइटीडीपी स्मृतिका नेगी समेत तमाम विभागों के अधिकारी समीक्षा बैठक में उपस्थित थे।