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शराब पीकर आने वाले कर्मी की गिरफ्तारी का आदेश

बंजार में जनमंच के दौरान मंत्री ने उन कर्मचारियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए जो ड्यूटी पर शराब पीकर आते हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Jun 2019 04:43 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jun 2019 06:39 AM (IST)
शराब पीकर आने वाले कर्मी की गिरफ्तारी का आदेश
शराब पीकर आने वाले कर्मी की गिरफ्तारी का आदेश

जागरण संवाददाता, बंजार : 'सर जी, हमारे नलों से तो अब कचरा आना शुरू हो गया। कई बार मछलियां निकलती हैं तो कभी गंदगी। आइपीएच विभाग केवल आश्वासन देता है और आज दिन तक समस्या को हल करने के लिए पहल नहीं हुई। विभाग पूरी तरह से निक्कमा हो गया है।' यह मसला कुल्लू के बंजार में आयोजित जनमंच में बंदल के ग्रामीणों सुरेंद्र कुमार व मुरारी लाल ने उठाया। जनमंच की अध्यक्षता स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार कर रहे थे।

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लोगों की शिकायत थी कि पेयजल योजना को सुधारने के लिए कुछ नहीं हो रहा है। यही कारण है कि अब नलों से कचरा आना शुरू हो गया है। यहां के लिए टैंक नहीं बनाए हैं। जो बनाए थे वह खराब हो चुके हैं। कई बार सीधे पानी डाल दिया जाता है और कचरा लोगों के घरों तक आता है। बीडीसी सदस्य पूर्वा देवी ने अपने गांव में पानी की कमी का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि विभाग के फीटर शराब के नशे में धुत्त रहते हैं। जब उनसे बात करें तो कहते हैं कि वह किसी के नौकर नहीं हैं। इस पर मंत्री ने मंच से ही आइपीएच अधिकारियों को ऐसे कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और पुलिस विभाग को उसका मेडिकल करवाने के आदेश दिए।

इसी तरह गुशैणी निवासी कमला देवी ने आरोप लगाया कि वह पांच साल से आइपीएच विभाग कार्यालय के चक्कर काट रही है लेकिन उसे पेयजल कनेक्शन नहीं मिल रहा है। हर गर्मियों में उसे परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। इस पर मंत्री ने तलख होते हुए आदेश दिए कि एकल महिला होने के नाते कमला देवी की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई होने चाहिए थी। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से गरीब महिला को परेशान होना पड़ रहा है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आप दफ्तरों से बाहर नहीं निकलते। यही कारण है कि आज यहां पर लोग इस तरह की छोटी-छोटे मसलों को लेकर आने को मजबूर हुए हैं।

पंद्रह साल से नहीं पहुंची बिजली जनमंच में अनोखा मामला सामने आया। डोलाराम नामक व्यक्ति ने बताया कि उनके गांव को 15 साल से बिजली नसीब नहीं हो पाई है। जब मंत्री ने बिजली बोर्ड के एक्सईएन से जवाब मांगा तो उन्होंने बताया कि पांच साल में इस क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ है। मंत्री ने कहा कि इसका मतलब है कि बिजली बोर्ड के लोग फील्ड में नहीं जाते हैं। उन्होंने आदेश दिए कि दो माह में डोला राम के घर तक बिजली पहुंचाई जाए। वहीं बोर्ड के एससी को भी आदेश दिए कि इन मामलों को अपने स्तर पर निपटाएं और शिमला में उन्हें इसकी जानकारी तुरंत दी जाए। आइपीएच विभाग के ठेकेदार ही भाग गए

जनमंच में रोशन लाल निवासी शिल्ली और मेघ सिंह निवासी घियागी सहित अन्यों ने आइपीएच विभाग की कमियां बताकर योजनाओं के अधूरे निर्माण के सवाल उठाए तो अधिकारियों ने जवाब दिया कि ठेकेदार काम छोड़कर चले गए हैं। शिकायतकर्ता ने कहा कि विभाग कम रेट के चक्कर में टेंडर दे देता है और बाद में लागत अधिक पड़ने से ठेकेदार काम छोड़ जाते हैं। इस पर मंत्री ने अधिकारियों को आदेश दिए कि तुरंत प्रभाव से इस प्रक्रिया को बंद किया जाए। आचार संहिता की आड़ न लें अधिकारी

नेशनल हाईवे-305 की सड़क पर पड़े गड्ढों सहित अन्य कार्यो के बारे में लोगों ने शिकायतें दी तो अधिकारियों ने कहा कि चुनाव आचार संहिता के कारण काम नहीं हो पाए। इस पर मंत्री ने कहा कि आचार संहिता में भी काम होते हैं, लेकिन इसके लिए तैयारी पहले करनी पड़ती है। उन्होंने दो टूक कहा कि अधिकारी आचार संहिता की आड़ न लें। बहाने बनाने की बजाय काम पर ध्यान दें।

जहां हुआ जनमंच, उस स्कूल का काम ही अधूरा

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल गुशैणी में जनमंच कार्यक्रम हुआ, लेकिन इस स्कूल का निर्माण ही आज दिन तक अधर में लटका हुआ है। स्थानीय निवासी ने इससे संबंधित मामला उठाया। इस पर बताया गया कि इसके लिए 69 लाख रुपये आए हैं। जल्द ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा।


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