मोबाइल फोन मिल जाता तो बच जाती चार लोगों की जान
राजीव बग्गा बंजार कुल्लू जिले के सोझा कार हादसे में घायल आइसीआइसीआइ बैंक कर्मी आस्था भंड
राजीव बग्गा, बंजार
कुल्लू जिले के सोझा कार हादसे में घायल आइसीआइसीआइ बैंक कर्मी आस्था भंडारी ने माता में आस्था रखी। उसकी खुद की जान तो बच गई, लेकिन दोस्तों की जान नहीं बचा पाई। कार के खाई में गिरने के दौरान खिड़की खुलने से आस्था छिटक कर कुछ जंगल में गिर गई थी। करीब एक घंटे बाद जब उसे होश आया तो दोस्तों व अपने मोबाइल फोन को ढूंढती रही, लेकिन किसी का कोई पता नहीं चला। 200 फीट गहरी खाई में गिरने से कार की लाइटें बंद हो गई थी।
औट-रामपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रात के समय वाहनों की नाममात्र आवाजाही होती है। किसी को कार खाई में गिरने का पता नहीं चला। लाख कोशिशों के बाद आस्था को दोस्तों व मोबाइल फोन का पता नहीं चला तो वह घायल हालत में पेड़ों के बीच रात को ठंड में पड़ी रही। घायल होने के साथ ठंड में जंगली जानवरों का खतरा भी मंडराता रहता है। आस्था ने हिम्मत व माता रानी में आस्था रखी और सुबह होने का इंतजार करती रही। सुबह जब उसे आसपास कुछ लोगों की चहलकदमी सुनाई दी तो उसने चिल्लाना शुरू कर दिया। वहां से गुजर रही महिलाओं को कार हादसे का पता चला तो उन्होंने ग्रामीणों को सूचित कर मदद के लिए हाथ बढ़ाए। आस्था को अगर रात को अपना मोबाइल फोन मिल जाता तो पुलिस को काल कर हादसे की जानकारी दे सकती थी। इससे उसके दोस्तों की जान बच सकती थी। आस्था के मुताबिक जब वे बंजार आ रही थी चालक ने इतना कहा था कि कार की ब्रेक नहीं लग रही है।
पुलिस को सोमवार सुबह खाई में पांच मोबाइल फोन क्षतिग्रस्त हालत में मिले हैं। हादसा स्थल घियागी में सड़क किनारे पैरापिट व क्रैश बैरियर नहीं थे। सड़क तंग होने की वजह से लोक निर्माण विभाग ने यहां क्रैश बैरियर लगाना उचित नहीं समझा।