हिमऊर्जा करेगा वैकल्पिक बिजली की व्यवस्था
जिला कुल्लू के अति दुर्गम व दूरस्थ गांवों शाक्टी मरौड़ व शुगाड़ में हिम ऊर्जा बिजली की व्यवस्था करेगा।
संवाद सहयोगी, कुल्लू : जिला कुल्लू के अति दुर्गम व दूरस्थ गांवों शाक्टी, मरौड़ व शुगाड़ में जब तक बिजली नहीं पहुंचती तब तक आफ ग्रिड समाधान से गांव को बिजली प्रदान करवाने का प्रविधान किया जाएगा।
तीनों गांवों के दौरे के दौरान लोगों का दर्द बांटते हुए व उनका समाधान करने के लिए उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने शीघ्र बिजली व सड़क की सुविधा मुहैया करवाने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि इस ग्रिड की स्थापना के लिए दो-ढाई बीघा जमीन की व्यवस्था करें तो हिमऊर्जा बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए सक्षम है।
नेशनल पार्क के चलते बिजली पहुंचाने के लिए वनों के कटान की मंजूरी मिलना व्यवहारिक नहीं रहा है, लेकिन उपायुक्त ने कहा कि गांवों में बिजली पहुंचाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में। विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए कि निजी तौर पर शेष प्रक्रिया को पूरा करें। हालांकि अनाप्पति प्रमाण पत्र के लिए मामला वाइल्डलाइफ बोर्ड को भेजा है और इसकी स्वीकृति मिलते ही कार्य आरंभ होगा।
दोनों ओर आने-जाने में 42 किलोमीटर के दुर्गम पैदल रास्ते में पैदल सफर कर ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क व वनभूमि की मौजूदगी में लोगों के लिए सुविधाएं जुटाने के बारे में बारीकी से विभागीय अधिकारियों से चर्चा की और निर्देश दिए।
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सड़क के लिए दोबारा होगा सर्वे
गाड़ापारली पंचायत के पांच गांवों को सड़क से जोड़ने के लिए निहारनी से मझाण, मैल 23.300 किलोमीटर लंबी सड़क का सर्वेक्षण किया है। यह सड़क शाक्टी, मरोड़ गांवों से अलग है। उपायुक्त ने इन गांवों के लिए दोबारा सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए। मौजूदा पैदल रास्ते की हालत भी ठीक नहीं है। इस रास्ते को दुरुस्त करने के लिए वन विभाग व खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए। गांव में अन्य स्कूल खोलने के संबंध में शिक्षा विभाग से बात करने, मौजूदा स्कूल तक के रास्ते की मरम्मत करने के भी निर्देश दिए।
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मिलेगी नेटवर्क सुविधा
लपाह में कुछ समय पहले मोबाइल का एक टावर स्थापित किया गया था जो अब खराब पड़ा है। उपायुक्त ने संबंधित कंपनी के साथ बात करके टावर का संचालन करवाकर नेटवर्क की सुविधा भी देने की बात कही।