मंत्री जी! मैं अश्लीलता सहन नहीं कर सकती, कर लूंगी आत्मदाह
बिजली बोर्ड में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मी ने लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप, आरोपितों के विरुद्ध की कड़ी कार्रवाई की मांग।
कुल्लू, जेएनएन। बिजली बोर्ड के सुंदरनगर कार्यालय में कार्यरत एक चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मी ने स्टाफ के दो व गोहर मंडल के एक वरिष्ठ सहायक पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। यौन उत्पीड़न से आहत महिला कर्मी ने सरकार से उसे सुंदरनगर से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने की गुहार लगाई है।
महिला ने ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा व बोर्ड के कार्यकारी निदेशक को पत्र लिख तीनों कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ऊर्जा मंत्री को चेताया है कि वह अब और अश्लीलता यानी, यौन उत्पीड़न सहन नहीं कर सकती हैं। अगर आरोपितों के विरुद्ध जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वह आत्मदाह कर लेंगी। ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने इस मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं।
जांच का जिम्मा मुख्य अभियंता मध्य जोन (ऑपरेशन) को सौंपा गया है। उन्हें तीन दिन के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है। आरोपित कर्मचारियों के विरुद्ध यौन उत्पीड़न का केस दर्ज होने के साथ उन पर निलंबन की गाज गिर सकती है। ऊर्जा मंत्री व कार्यकारी निदेशक को लिखे गोपनीय पत्र में महिला कर्मी का कहना है कि पति की मृत्यु के बाद उसे बिजली बोर्ड में नौकरी मिली थी। वह थायराइड की बीमारी से पीड़ित है। उपचार के लिए नागरिक अस्पताल सुंदरनगर के नजदीक किराये पर कमरा लेकर रहती है।
कार्यालय में वह अकेली महिला कर्मी है। तीनों वरिष्ठ सहायक उसके अकेलेपन का फायदा उठा अश्लील बातें व हरकतें करते हैं।यह सिलसिला लंबे समय से चल रहा है। विभागीय अधिकारियों से शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अगर वह जलालत सहन करती रहे तीनों आरोपित खुश होते हैं, विरोध जताने पर उसका स्थानांतरण गोहर करवाने या फिर उस पर तरह-तरह के आरोप लगाकर बदनाम करने की धमकी देते हैं।
सुंदरनगर में कार्यरत एक महिला कर्मी का यौन उत्पीड़न करने की शिकायत मिली है। बोर्ड के मुख्य अभियंता मध्य जोन को तीन दिन में जांच कर रिपोर्ट प्रेषित करने के आदेश दिए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद तीनों कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-अनिल शर्मा, ऊर्जा मंत्री, हिमाचल प्रदेश।