करोड़ों कमाने वाला ग्रीन टैक्स बैरियर विरान
कोरोना वायरस ने मनाली के कमाऊ पूत के फाटक बन्द कर दिये है। 16 साल में 62 करोड़ कमाने वाला ग्रीन टैक्स वैरियर भी मार्च से ठप्प पड़ा हुआ है। इतने समय से मनाली विकास कार्यों के लिए इसी वैरियर पर
-कोरोना महामारी ने बंद किए मनाली के कमाऊ पूत के फाटक
-16 साल में कमा कर दिए हैं 66 करोड़, 2004 में लगा था बैरियर जसवंत, ठाकुर, मनाली
कोरोना वायरस ने मनाली के कमाऊ पूत के फाटक बंद कर दिए हैं। 16 साल में 62 करोड़ कमाने वाला ग्रीन टैक्स बैरियर भी मार्च से ठप पड़ा है। इतने समय से मनाली विकास कार्यो के लिए इसी बैरियर पर निर्भर थी। 2004 में लगे बैरियर से सिर्फ मई और जून में ही करोड़ों की कमाई होती थी, लेकिन इस बार ऐसा नही हो सका है। सरकार को बेहतर राजस्व प्रदान करने वाली पर्यटन नगरी मनाली को इस बार कोरोना संकट ने खासा प्रभावित किया है। इसी कारण इस बार पर्यटन नगरी मनाली सरकार के रहमोकरम पर ही निर्भर रहेगी। 2004 में लगे ग्रीन टैक्स बैरियर में बाहरी राज्य से आने वाली बस, ट्रक को 500 रुपये, माध्यम आकार के वाहन को 300 रुपये और कार व बाइक को 200 व 100 रुपये टैक्स देना होता है। अब तक इस बैरियर ने लगभग 66 करोड़ का धन एकत्रित कर मनाली को दिया है। यह सारा धन खर्च भी कर लिया गया है। मात्र तीन करोड़ रकम मनाली के पास शेष है। ग्रीन टैक्स बैरियर से एकत्रित धन रोहतांग से लेकर ग्रीन टैक्स बैरियर व आलू ग्राउंड तथा प्रीणी से लेकर पलचान की समस्त पंचायतों व पर्यटन स्थलों में साफ सफाई पर खर्च होता है। साथ ही ट्रैफिक सुचारू करने को समस्त होमगार्ड के जवानों का खर्च भी इसी एकत्रित राशि से किया जाता है। साल में मई व जून में ही अधिक पर्यटक यहां आते हैं। मई 2019 में 78 लाख, जबकि जून में एक करोड़ 35 लाख की धन राशि ग्रीन टैक्स बैरियर में जमा हुई थी। इस बार यह सब कोरोना महामारी की भेंट चढ़ गया है। मनाली के पर्यटन कारोबारी रवि, रूप लाल, वेद राम, शमशेर, प्रेम ने प्रदेश सरकार से पर्यटन को पटरी पर लाने को विशेष पैकेज की मांग की है साथ ही मनाली के आधारभूत ढांचे को भी सु²ढ़ करने का आग्रह किया है। कोरोना महामारी के चलते देश संकट से जूझ रहा है। सरकार सिस्टम को पटरी पर लाने का हरसंभव प्रयास कर रही है। मनाली के आधारभूत ढांचे को ओर अधिक सु²ढ़ किया जाएगा। मनाली के विकास में धन की कमी आढ़े नही आने दी जाएगी। पर्यटन सहित सभी व्यवस्थाओं को सुचारू करने हेतु सरकार ने आपने कदम बढ़ाना शुरू कर दिए है।
गोविद ठाकुर, वन परिवहन एवं खेल मंत्री।