लोक गायक दोत राम पहाडिय़ा को मिला हिम हुनर अवार्ड
हिम आंचल संस्कृति कला मंच रोहड़ू जिला शिमला में हिमाचली नाटियों के सरताज गायक कवि आकाशवाणी- दूरर्दशन गायक एवं कलाकार दोत राम पहाडिय़ा को हिम हुनर अवार्ड दिया गया। दोत राम पहाडिय़ा को लोकसंस्कृति को बढ़ावा देने में बेहतरीन योगदान के लिए राज्य स्तरीय हिम हुनर अवार्ड दिया गया।
कुल्लू, जेएनएन। हिम आंचल संस्कृति कला मंच रोहड़ू जिला शिमला में हिमाचली नाटियों के सरताज गायक, कवि, आकाशवाणी- दूरर्दशन गायक एवं कलाकार दोत राम पहाडिय़ा को हिम हुनर अवार्ड दिया गया। हिम आंचल संस्कृति कला मंच रोहड़ू द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश में विभिन्न विधाओं फिल्म इंडस्ट्री, गायक, कवि, कलाकार, प्रशासनिक अधिकारी, समाज सेवी, नारी शक्ति से संबंधित विभूतियों को राज्य स्तरीय हिम हुनर अवार्ड से नवाजा गया।
इनाम प्राप्त करने वालों में कुल्लू जिला के मणिकर्ण घाटी से संबंध रखने वाले दोत राम पहाडिय़ा को अपने बेहतरीन योगदान के लिए राज्य स्तरीय हिम हुनर अवार्ड दिया गया। दोत राम पहाडिय़ा तीन दशक से अधिक समय से आकाशवाणी, दुरर्दशन से जुड़े हुए हैं। दोत राम पहाडिय़ा मणिकर्ण घाटी के गांव कझयारी पीणी कुल्लू के निवासी हैं। सीसे स्कूल जरी में ङ्क्षहदी के प्रवक्ता पद पर कार्यरत हैं। दोत राम पहाडिय़ा को पूर्व में चार नेशनल अवार्ड, तीन दर्जन से अधिक राज्य स्तरीय इनाम से हासिल कर चुके हैं। गिनिज बुक आफ बल्र्ड रिकार्ड तथा लिमका बुक में कुल्लू में हुई महानाटी प्राइड ऑफ कुल्लू में गायन कर चुके हैं। इसमें शान ए हिमाचल, शान ए भारत, चांद कुल्लवी, ऑनर अवार्ड, हिमाचली म्यूजिक अवार्ड, हिम शिखर सम्मान, भारत योग अवार्ड, बैस्ट हिमाचली ङ्क्षसगर राज्य स्तरीय अवार्ड प्राप्त कर चुके हैं। साल 2020 में कलाकार दोत राम पहाडिय़ा का यह पांचवा इनाम है।
समारोह में यह गाए गीत
समारोह में गायक दोत राम पहाडिय़ा ने अपनी दमदार प्रस्तुतियों से तू माने या न माने दिलदारा, पुलवामा शहिदों के सम्मान में, तेरे जैसा यार कहां, लाल चिडि़ऐ गेंहू रा दाणा, औधा राती री चानणी, राईयै रातड़ी काटी निहारी, पीपड़ी खाईया लागी शी शी गीत गाकर खूब तालियां बटोरी।