जलोड़ी सुरंग बनाने में पांच कंपनियों ने दिखाई दिलचस्पी
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संवाद सहयोगी, आनी : बहुचर्चित 4.2 किलोमीटर जलोड़ी सुरंग के निर्माण में पांच कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। इनकी छंटनी मंत्रालय स्तर पर की जा रही है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के रामपुर डिवीजन के अधिशाषी अभियंता इंजीनियर केएल सुमन ने बताया कि यह टेंडर जिसे मिलेगा वह 4.2 किलोमीटर लंबी जलोड़ी सुरंग का डिजाइन तैयार करेगा। इसके निर्माण के दौरान निरीक्षण के साथ-साथ इसके निर्माण के 10 साल बाद तक देखरेख और रखरखाव भी करेगा। फिलहाल प्रस्तावित सुरंग के साथ-साथ सात किलोमीटर सड़क और एक पुल इस परियोजना में शामिल है। सुरंग की इस कंसल्टेंसी की लागत 25 करोड़ रुपये है।
उधर लगातार यातायात जाम के कारण आलोचना का शिकार हो रहे सैंज-आनी-औट राष्ट्रीय राजमार्ग 305 के लिए एक सुखद खबर है। अब तक लटके पड़े इस राजमार्ग के भूमि अधिग्रहण को लेकर टेंडर काल कर दिया गया है और नौ सितंबर को खोला जाएगा। भूमि अधिग्रहण के लिए निजी कंसलटेंट एजेंसी को काम देने के लिए टेंडर लगा दिए हैं। इसकी लागत कम से कम डेढ़ करोड़ आंकी गई है।
इंजीनियर केएल सुमन ने बताया कि यह नेशनल हाईवे 2012 में अधिसूचित हो चुका है और इन 10 वर्षों में सैंज से लेकर औट तक थोड़े-थोड़े बजट में रोड सेफ्टी के तहत ब्लैक स्पाट्स को दुरुस्त का काम किया जाता रहा और साथ ही सड़क को पक्का किया गया है। जिस भी कंसल्टेंट एजेंसी को यह टेंडर मिलेगा, वह हमें नेशनल हाइवे में लगने वाली निजी भूमि को ट्रांसफर करके देगी और वनभूमि का केस तैयार कर फारेस्ट क्लीयरेंस करवाकर देगी कि कितनी निजी भूमि है और कितनी वनभूमि। इसके बाद इसकी डीपीआर तैयार कर हायर अथारिटी को भेजी जाएगी और बताया जाएगा कि अब हमारे पास जमीन उपलब्ध है और उसकी मंजूरी मिलते ही नेशनल हाईवे-305 का काम शुरू हो सकेगा।