Kullu Dussehra: देवधुन से गूंज उठे पहाड़, देवसमागम में विश्व शांति के लिए 2200 बजंतरियों ने बजाई धुन; बना रिकॉर्ड
International Kullu Dussehra सबसे बड़े देवसमागम अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में पहली बार दो हजार बजंतरियों ने विश्व शांति के लिए एक साथ देवुधन बजाई।
कुल्लू, जेएनएन। सबसे बड़े देवसमागम अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में पहली बार 2200 बजंतरियों ने विश्व शांति के लिए एक साथ देवुधन बजाई। इस दौरान ऊँ जय जगदीश हरे यानी आरती भी हुई। इसमें तीन स्थानीय गीतों का प्रयोग हुआ, जो अकसर देवता को बुलाने के लिए गाए जाते हैं। रविवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की मौजूदगी में यह भव्य आयोजन हुआ। पहली बार हो रहे इस आयोजन को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है, जो रिकॉर्ड बना है। मुख्यमंत्री ने भविष्य में इसमें और सुधार करने की बात कही।
करीब 45 मिनट के इस कार्यक्रम में प्राचीन वाद्ययंत्र दखनिया सहित नरसिंघा, ढोल, नगाड़े सहित शंखनाद भी हुआ। पुजारी संघ के मंत्रोच्चारण के अगले 10 मिनट के तक शंखनाद किया गया। देवधुन में सबसे पहले हुआरा बजाया गया। इसे देवता के आगमन के लिए बजाया जाता है। इसके साथ पहाड़ा ते आ मेरी देवा सहित ऊँ जय जगदीश हरे यानी आरती बजाई गई। लगभग 45 मिनट के इस आयोजन का प्रबंध कारदार संघ द्वारा किया गया।
शनिवार को बजंतरी संघ ने देवधुन में भाग लेने वाले बजंतरियों को वर्दी आवंटित कर दी थी। मुहल्ला के दिन मुख्यमंत्री के आगमन पर विश्व शांति के लिए इस देवधुन का आयोजन किया गया। देवधुन आयोजन समिति के संयोजक डॉ. अमित गुलेरिया ने बताया कि 22 देशों में देवधुन को लाइव दिखाने का प्रयास किया। बजंतरी संघ ने इसके लिए तीन बार रिहर्सल की थी। देवधुन आयोजन समिति के संयोजक डॉ. अमित गुलेरिया ने कहा विश्व शांति के लिए मुख्यमंत्री की मौजूदगी में इसका आयोजन किया गया।