जनता पर आर्थिक बोझ डालना बंद करे सरकार
उपायुक्त कार्यालय कुल्लू के बाहर सीपीआइएम के बैनर तले बुधवार को प्रदर्शन किया गया।
संवाद सहयोगी, कुल्लू : उपायुक्त कार्यालय कुल्लू के बाहर सीपीआइएम के बैनर तले बुधवार को प्रदर्शन किया गया। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने केंद्र व राज्य सरकार की किसान व मजदूर विरोधी नीतियों का विरोध किया। सरकार को चेतावनी दी कि आम जनता पर आर्थिक बोझ डालना बंद करे।
माकपा के राज्य सचिवालय सदस्य प्रेम गौतम ने कहा कि केंद्र व राज्य की भाजपा की सरकारें लगातार मजदूर किसान विरोधी नीतियों को लागू कर रही हैं। कोविड-19 महामारी में भी आम जनता को राहत नहीं दे पाई, बल्कि कोरोना वायरस की आड़ में आम जनता विरोधी फैसले लिए गए हैं। श्रम कानूनों में बदलाव, सार्वजनिक उपक्रमों को बेचना, पूजीपतियों को राहत पैकेज देना, गरीब, मजदूर व किसानों को किसी भी प्रकार की राहत नहीं दी गई है। देश में चार करोड़ लोगों का रोजगार छिन गया है। जिला महासचिव होतम सौखला ने कहा कि कोरोना के चलते देश में आम जनता की हालत खराब हो गई है। माकपा ने मांग की है कि आयकर दायरे से बाहर सभी परिवारों को 7500 रुपये प्रतिमाह अगले छह माह तक सहायता और छह माह तक प्रति व्यक्ति राशन मुफ्त दिया जाए। वहीं, बंजार व आनी में भी विरोध प्रदर्शन किए गए। प्रदर्शन में गोविद, भंडारी, राजेश ठाकुर, सर चंद, खेम चंद, चमन लाल समेत अनेक लोग मौजूद रहे।