सीटू ने हाथरस मामले में प्रदर्शन रैली निकाली, उपायुक्त कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन
सीटू जिला कमेटी कुल्लू द्वारा हाथरस पीडि़ता को न्याय दिलाने के लिए कुल्लू में उपायुक्त कार्यालय तक रैली निकाली। इसके बाद उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रर्दशन किया गया। यह प्रदर्शन पूरे देश में सीटू की केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर किया जा रहा है।
कुल्लू, जेएनएन। सीटू जिला कमेटी कुल्लू द्वारा हाथरस पीडि़ता को न्याय दिलाने के लिए कुल्लू में उपायुक्त कार्यालय तक रैली निकाली। इसके बाद उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रर्दशन किया गया। यह प्रदर्शन पूरे देश में सीटू की केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर किया जा रहा है। सीटू यूपी की योगी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए यूपी सरकार की भर्तसना की। सीटू के राज्य महासचिव गौतम ने कहा कि यूपी के अंदर महिलाओं के उत्पीड़न की घटनाएं आम बात हो गई है हाथरस की घटना से योगी सरकार का चेहरा जनता के बीच में पूरी तरह से बेनकाव हो चुका है।
उन्होंने कहा कि उतर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की के उत्पीड़न के बाद हत्या की जाती है परंतु योगी सरकार की शह पर पुलिस कई दिनों तक एफआइआर दर्ज नहीं करती है और जब लडक़ी के परिवार वाले इस बात को उठाने की कोशिश करते है उसके पश्चात लडक़ी का पोस्टमार्टम कर पुलिस की निगरानी में रात को ढाई बजे लडक़ी का अंतिम संस्कार किया जाता है जिसमें किसी भी रिश्तेदार को शामिल नहीं होने दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जबसे उत्तर प्रदेश में योगी के नेतृत्व में चल रही है तब से प्रदेश में दलितों, महिलाओं के ऊपर अत्याचार बढ़े हैं। इसके साथ ही देश के प्रधानमंत्री भी इस तरह के घिनौने कांड पर एक शब्द भी नहीं कह रहे हैं।
सीटू के जिलाध्यक्ष ने कहा कि सीटू ने मांग की है कि इस दुष्कर्म व हत्याकांड की सुप्रीम कोर्ट के जज से न्यायिक जांच की जाए और वहां के डीएम व डीजीपी को भी बर्खास्त किया जाए। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सीटू के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भूपसिंह भंडारी ने कहा कि सीटू भारत सरकार से दोषियों को कड़ी सजा व यूपी के मुख्यमंत्री से इस्तीफा की मांग करती है। आने वाले समय में पूरे देश में सीटू अन्य संगठनों के साथ मिलकर दलितों,महिलाओं व अल्पसंख्यकों के उपर हो रहे हमलों व अत्याचारों के खिलाफ आंदोलन को तेज करेगी।