रोहतांग दर्रे की बहाली में जुटा बीआरओ
बर्फबारी से बंद हुए रोहतांग दर्रे की बहाली को बीआरओ ने अपने कदम बढ़ा दिए है। बर्फबारी का क्रम थमते ही बीआरओ ने रोहतांग बहाली के कार्य शुरू कर दिया।
जागरण संवाददाता, मनाली : सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) बर्फबारी से बंद हुए रोहतांग दर्रे की बहाली का काम शुरू कर दिया है। बीआरओ ने माने तो मौसम के साथ दिया तो रविवार दोपहर बाद रोहतांग दर्रा वाहनों के लिए बहाल हो जाएगा। मनाली की ओर से बीआरओ ने गुलाबा तथा लाहुल की ओर से शनिवार सुबह कोकसर से बर्फ हटाने में जुट गया है। बीआरओ ने एक ही दिन में बर्फ से ढकी लाहुल घाटी की सड़कों को बहाल कर वाहनों की आवाजाही सुचारू कर दी है। लाहुल घाटी में सड़क बहाल हो जाने से लोगों ने चार दिन बाद राहत की सांस ली है। बीआरओ की एक टीम केलंग से कोकसर की ओर बढ़ी जबकि दूसरी ने कोकसर से रोहतांग की ओर कूच किया। तीसरी टीम मनाली की ओर से गुलाबा से रोहतांग की ओर बढ़ी है। रोहतांग दर्रे में तीन फीट से अधिक बर्फबारी हुई है। रोहतांग से कोकसर तक अढ़ाई फीट से डेढ़ फुट तक बर्फबारी हुई है, जबकि इतनी ही बर्फ रोहतांग से मढ़ी के बीच गिरी हुई है। मढ़ी से गुलाबा तक एक फीट से आधा फुट तक हिमपात हुआ है। बीआरओ की माने तो हालांकि रोहतांग दर्रे में बर्फ अधिक है, लेकिन बीआरओ रविवार दोपहर बाद दर्रा बहाल कर लाहुल में फंसे लोगों को राहत देगा। गौर हो कि बीआरओ मनाली केलंग मार्ग सहित रोहतांग दर्रे को आधिकारिक तौर पर 15 नवंबर तक खुला रखता है। 15 नवंबर के बाद दर्रा वाहनों के लिए अधिकारियों तौर पर बंद हो जाएगा। 15 नवंबर को लाहुल स्पीति प्रशासन मढ़ी और कोकसर में रेस्क्यू पोस्ट स्थापित करेगा। यह रेस्क्यू टीम पैदल दर्रा पार करने वालो की मदद करेगी। वाहन चालक दीपक, रोकी और पलजोर ने बताया कि वे लोग वाहन सहित कोकसर में फंसे हुए है। उन्होंने भी बीआरओ से आग्रह किया कि रोहतांग मार्ग को शीघ्र बहाल किया जाए ताकि वाहन दर्रे को पार कर सके। बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि बीआरओ ने मौसम साफ होते ही रोहतांग बहाली शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि बीआरओ देर रात तक सड़क से बर्फ हटाने का काम करेगा। बीआरओ का पूरा प्रयास रहेगा कि रोहतांग दर्रा रविवार दोपहर बाद तक वाहनों के लिये खुल जाए। उन्होंने लाहुल के लोगों से आग्रह किया कि वो धैर्य रखें तथा रोहतांग बहाली के इंतजार करें।