हिमाचल प्रदेश में ऊंची पहाड़ियों ने ओढ़ी बर्फ की चादर
ऊंची चोटियों पर हिमपात हो रहा है, जबकि घाटी में बारिश से ठंड बढ़ गई है।
जसवंत ठाकुर, मनाली। मनाली सहित लाहुल स्पिति की ऊंची पहाड़ियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। तीन दिन से ऊंची चोटियों पर रुक रुक कर हिमपात हो रहा है, जबकि घाटी में बारिश का क्रम रहने से ठंड बढ़ गई है। मनाली काजा मार्ग में ग्रफ़ू से 5 किमी दूर डगा बैठने से मार्ग अबरुद्ध हो गया है, जिससे दर्जनों वाहन रास्ते में ही फंस गए हैं।
मनाली लेह मार्ग के तंगलंगला ओर बारालाचा दर्रे में हिमपात होने से वाहनों की रफ्तार थम गई है। इन दिनों सेना के लिए रसद पहुंचने का कार्य युद्ध स्तर पर चला है। बर्फ पड़ने से ये वाहन दारचा, सरचू ओ पांग में रुके हुए है। बर्फबारी होती देख वाहन चालकों ने सुरक्षित स्थानों में शरण ली है।
डीएसपी केलांग संजय शर्मा ने बताया कि लेह मार्ग पर किसी भी वाहन के फंसे होने की सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि पर्यटकों ओर सेना के काफिले को देखते हुए लाहुल स्पिति पुलिस ने सरचू से चौकी को नहीं हटाया है, ताकि विपदा की घड़ी में मदद की जा सके।
बीआरओ कमांडर कर्नल एके अवस्थी ने बताया कि मनाली लेह मार्ग में वाहनों की आवजाही सुचारू रखने के हर सम्भव प्रयास किया जा रहे है। उन्होंने बताया कि दर्रो में बर्फ अधिक नही पड़ी है। मौसम थमते ही वाहनों की आवाजाही सुचारू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि डंगा बैठने से अबरुद्ध हुए स्पिति मार्ग को भी बहाल किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले में बारलाचा दर्रा में ताजा बर्फबारी से तापमान में गिरावट आई है।
शिमला में 11 डिग्री पहुंचा पारा
प्रदेश में दो दिन से हो रही भारी बारिश और बर्फबारी से राजधानी शिमला में तापमान 11 डिग्री तक गिर गया है। इससे मौसम में ठंडक बढ़ने लगी है। आने वाले दिनों में पश्चिमी हवाओं के सक्रिय होने से प्रदेश में ऊंची चोटियों पर बर्फबारी होगी। इससे प्रदेश के मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों और मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ेगी।
वहीं, शनिवार को बारालाचा और रोहतांग दर्रे में भी हल्का हिमपात हुआ। इससे मनाली-लेह मार्ग पर कहीं-कहीं पानी भी जमने लगा है। भारी बारिश से कई जगह मार्ग भी अवरुद्ध हुए हैं।
बिलासपुर जिले के गंभरोला पुल के पास सड़क पर पत्थर गिरने से राष्ट्रीय राजमार्ग करीब 30 मिनट तक बंद रहा। मौसम विभाग की मानें तो सोमवार से पश्चिमी हवा एक बार फिर प्रदेश की ओर रुख करेंगी, लेकिन इसका प्रभाव इतना अधिक न होने के कारण सिर्फ ऊंची चोटियों पर बारिश के साथ बर्फबारी दर्ज की जाएगी। इससे प्रदेश भर में बादल छाए रहेंगे। सोमवार और मंगलवार को एक बार फिर मौसम पूरी तरह से साफ हो जाएगा।
दो दिन पहले प्रदेश में पश्चिमी हवाओं ने दस्तक दी थी, जिससे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई। इससे प्रदेश में पारा गिरने लगा है। राजधानी शिमला में सितंबर माह में बारिश ने बीते पांच वर्षो का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वर्ष 2014 में सितंबर माह में सबसे अधिक बारिश 75 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई थी और इस साल 89.3 मिलीमीटर बारिश जिला में रिकॉर्ड हो चुकी है।
बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश में सबसे अधिक बारिश गोहर में 102 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई। डलहौजी में 82, पालमपुर में 66, रेणुका में 63, बंगाणा में 53, धर्मपुर में 46, शिमला में 41, सोलन में 35, अर्की में 32, मनाली में 31 व जोगेंद्रनगर में 30 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में बारिश का यह सिलसिला जल्द थमने वाला नहीं है, क्योंकि पश्चिमी हवाएं सक्रिय हो गई हैं। 26 सितंबर मंगलवार तक पश्चिमी हवाओं का प्रभाव जारी रहेगा।
शुक्रवार को प्रदेश का अधिकतम तापमान ऊना में 34.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान मनाली में 10.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
प्रदेश के तापमान की स्थिति
शिमला 15.2 20.2
सुंदरनगर 20.1 28.9
भुंतर 18.2 26.0
कल्पा 12.0 16.0
धर्मशाला 16.0 27.8
ऊना 20.3 34.8
नाहन 17.1 25.7
केलंग 10.3 21.3
पालमपुर 17.2 27.0
सोलन 18.5 24.0
मनाली 10.0 18.0
मंडी 15.2 29.1
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Himachal Pradesh: Baralacha Pass in Lahaul -Spiti district receives fresh snowfall pic.twitter.com/NWSg8TM3jJ— ANI (@ANI) September 24, 2017