ऋण के लिए औपचारिकताओं को आसान बनाएं बैंक : अक्षय
बैंकों में हालांकि धन की कोई कमी नहीं है लेकिन अधिकांश उपभोक्ता जानकारी के अभाव मे अथवा अत्यधिक औपचारिकताओं के चलते ऋण लेने में अधिक रूचि नहीं दिखाते हैं।
संवाद सहयोगी, कुल्लू : बैंकों में हालांकि धन की कोई कमी नहीं है, लेकिन अधिकांश उपभोक्ता जानकारी के अभाव व अत्यधिक औपचारिकताओं के चलते ऋण लेने में रुचि नहीं दिखाते हैं। यह बात अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अक्षय सूद ने शनिवार को देव सदन में बैंकों की ओर से आयोजित दो दिवसीय कस्टमर आउरीच पहल कार्यक्रम के उद्घाटन पर कही।
एडीएम ने कहा कि बैंकों को विशेषकर कृषि व बागवानी क्षेत्रों में ऋण को और अधिक प्रोत्साहन देना चाहिए और औपचारिकताओं को भी उदार बनाना चाहिए। लोगों के सामाजिक व आर्थिक उत्थान में बैंकों की अहम भूमिका है और लोग ऋण लेकर जहां अपनी खेतीबाड़ी गतिविधियों को बढ़ा सकते हैं, वहीं अपना व्यवसाय आरंभ कर सकते हैं।
पंजाब नेशनल बैंक शिमला अंचल की महाप्रबंधक रीटा कौल ने कहा कि हिमाचल में सभी बैंकों की स्थिति काफी बेहतर है। उन्होंने बैंकों से कहा कि गांव में जाकर लोगों को विभिन्न प्रकार की बैंकिग सेवाओं के बारे में जानकारी प्रदान की जानी चाहिए। उपमहाप्रबंधक बिदर कुमार शर्मा ने आम लोगों से अपील की कि बैंकों की अनेक लाभकारी सेवाओं का फायदा उठाएं। बैंक कर्मचारी हमेशा लोगों की सेवा में तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि त्योहारी मौसम में बैंकों की अनेक योजनाओं के तहत छूट प्रदान की जा रही है और लोगों को इसका समुचित लाभ उठाना चाहिए। पहले दिन के कार्यक्रम में लगभग 200 लाभार्थियों को 17 करोड़ रूपये के ऋण स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए।