Move to Jagran APP

कुल्लू में 10 बीघा से अधिक वन भूमि पर हुए 550 कब्जे

कुछ वर्षो से वन भूमि पर अतिक्रमण के मामले बढ़े हैं। वन भूमि पर किए गए कब्जों को छुड़ाने के लिए लगातार कार्रवाई हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Aug 2021 04:16 PM (IST)Updated: Mon, 09 Aug 2021 04:16 PM (IST)
कुल्लू में 10 बीघा से अधिक
वन भूमि पर हुए 550 कब्जे
कुल्लू में 10 बीघा से अधिक वन भूमि पर हुए 550 कब्जे

दविद्र ठाकुर, कुल्लू

loksabha election banner

कुछ वर्षो से वन भूमि पर अतिक्रमण के मामले बढ़े हैं। वन भूमि पर किए गए कब्जों को हटाने के लिए वन विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश के तहत वन भूमि पर किए गए कब्जों के लिए विभाग कार्रवाई कर रहा है। कुल्लू जिला में 10 बीघा से अधिक वन भूमि पर कब्जे के 550 मामले सामने आए हैं।

वन भूमि पर कब्जे के 407 मामले न्यायालय पहुंचे हैं। इनमें से 378 मामलों का निपटारा न्यायालय कर चुका है। अभी 29 मामलों में कार्रवाई हो रही है। इसके अलावा कुछ मामले ऐसे हैं जिन पर स्टे लगा है। जिला के तीन डिविजन में सबसे अधिक कब्जे कुल्लू मंडल में किए गए हैं। कुल्लू वन मंडल के तहत कब्जों के 354 मामले सामने आए थे। इनमें से 215 मामलों के न्यायालय में चालान पेश किए गए। इनमें से 186 मामलों का निपटारा हो चुका है। पार्वती वन मंडल के तहत कब्जों के 32 मामले सामने आए। इनमें से 28 मामलों में चालान पेश किए गए। सभी 28 मामलों की सुनवाई हो चुकी है। सराज वन मंडल के तहत 159 मामले आए। इनमें से 159 मामलों के चालान पेश किए गए। सभी मामलों का निपटारा हो चुका है। लाहुल स्पीति में अतिक्रमण के पांच मामले

जनजातीय जिला लाहुल स्पीति में वन भूमि पर अतिक्रमण के पांच मामले सामने आए थे। इन कब्जों को छुडा लिया गया है। हालांकि लाहुल स्पीति में वन कटान सहित वनों की सुरक्षा के लिए लोग अधिक जागरूक हैं।

---------------- कुल्लू जिला में वन भूमि पर हुए कब्जों के संबंध में वन विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है। किसी भी सूरत में अतिक्रमण करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

-अनिल जोशी, मुख्य अरण्यपाल, वन वृत्त, कुल्लू लाहुल स्पीति।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.