सीमित वाहनों की शर्त ने डाला रोहतांग की राह में रोड़ा
सीमित वाहनों की संख्या के कारण रोहतांग नहीं जा पा रहे हजारों सैलानी।
जागरण संवाददाता, मनाली : देश-विदेश के सैलानियों को मई-जून में भी बर्फ के दीदार करवाने वाले रोहतांग दर्रा में सभी लोग नहीं पहुंच पा रहे। प्रशासन की ओर से रोहतांग दर्रे के लिए वाहनों की संख्या सीमित करने से सैलानियों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। प्रतिदिन मात्र 1200 पर्यटक वाहन ही रोहतांग भेजे जा रहे हैं। मनाली आने वाले सैलानियों को रोहतांग दर्रे में बर्फ के दीदार करवाना प्रशासन के लिए भी चुनौती बन गया है। हर दिन 12 से 15 हजार सैलानी मनाली आ रहे हैं। 1200 वाहनों में सात से आठ हजार सैलानी ही रोहतांग पहुंच पा रहे हैं, जबकि डेढ़ से दो हजार सैलानी लाहुल-स्पीति व लेह का रुख कर रहे हैं। वहीं, सभी टैक्सी ऑपरेटर को रोहतांग जाने का परमिट न मिलने के कारण उनका कामकाज भी प्रभावित हो रहा है, जिस कारण इनमें भी प्रशासन व सरकार के खिलाफ आक्रोश है। हिम आंचल टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष गुप्त राम ने कहा कि 1200 में से 800 परमिट मनाली के टैक्सी आपरेटरों के लिए सुरक्षित रखे जाएं।
-----------
मनाली के अनछुए पर्यटन स्थलों को विकसित करना सरकार की प्राथमिकता में है। सीमित वाहनों की संख्या से कुछ परेशानियां बढ़ी हैं। हामटा पर्यटन स्थल सैलानियों के लिए बहाल कर दिया है तथा आधारभूत ढांचे को विकसित करने के लिए खाका तैयार किया जा रहा है।
-गो¨वद ठाकुर, वन, परिवहन एवं खेल मंत्री।