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शिकार रोकने के लिए 10 टीमें जांचेंगी जंगल

करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए वन विभाग द्वारा संवेदनशील स्थानों पर गश्त बढ़ा दी है। वन विभाग की 6 सदस्यीय कुल दस टीमें वन परिक्षेत्र उरला, टिक्कन और हराबाग सहित जोगेंद्रनगर शहर के साथ लगते जंगलों में जंगली शिकार करने वाले पर निगरानी के लिए तैनात की गई है। वन विभाग के द्वारा गठित टीमों में वन खंड अधिकारी और रेंज अधिकारी भी शामिल किए गए हैं। चौहारघाटी के उपरी क्षेत्रों में इन दिनों भारी हिमपात हुआ है। जिसके बाद जंगली

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Jan 2019 11:40 PM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 11:40 PM (IST)
शिकार रोकने के लिए 10 टीमें जांचेंगी जंगल
शिकार रोकने के लिए 10 टीमें जांचेंगी जंगल

संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : द्रंग हल्के की चौहारघाटी में जंगली जानवरों का शिकार करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए वन विभाग ने गश्त बढ़ा दी है। वन विभाग की छह सदस्यीय कुल दस टीमें वन परिक्षेत्र उरला, टिक्कन और हराबाग सहित जोगेंद्रनगर शहर के साथ लगते जंगलों में तैनात की गई है। टीमों में वन खंड अधिकारी और रेंज अधिकारी भी शामिल हैं। चौहारघाटी के ऊपरी क्षेत्रों में इन दिनों भारी हिमपात हुआ है। इसके बाद जंगली जानवरों ने निचले क्षेत्रों की ओर रूख कर लिया है। उरला और टिक्कन रेंज के करीब चार हजार हेक्टेयर क्षेत्र में हिरण, कक्कड़, वनमुर्गी, जंगली सूअर, बाघ व भालू की संख्या अधिक है। ऐसे में शिकारियों पर नजर रखने के लिए टीम वनों में दबिश दे रही हैं। साथ ही यह टीमें आम जनता को जागरूक किया जा रहा है। वहीं जंगली जानवरों के संरक्षण का जिम्मा भी उक्त टीमों को सौंपा गया है।

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चौहार घाटी में हिमपात होने के बाद जंगली जानवरों ने नीचे की ओर रूख कर लिया है। जंगली जानवरों के संरक्षण के लिए जंगलों में पैट्रो¨लग बढ़ाई गई है। दस अनुभवी टीमों का गठन इसके लिए किया गया है।

राजीव कुमार, वन मंडलाधिकारी जोगेंद्रनगर।


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