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कोविड कर्फ्यू में पहाड़ का रुख कर रही युवाओं की टोलियां, बिगड़ता मौसम हो सकता है जानलेवा

Youth Groups in Mountains कोविड-19 महामारी के कारण लागू कोविड कर्फ्यू के बीच लोग पहाड़ का रुख कर रहे हैं। पहाड़ पर इस तरह से पार्टी व मौज मस्ती के लिए जाना घातक हो सकता है। इन दिनों मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Sun, 06 Jun 2021 01:24 PM (IST)Updated: Sun, 06 Jun 2021 01:24 PM (IST)
कोविड कर्फ्यू में पहाड़ का रुख कर रही युवाओं की टोलियां, बिगड़ता मौसम हो सकता है जानलेवा
कोविड-19 महामारी के कारण लागू कोविड कर्फ्यू के बीच लोग पहाड़ का रुख कर रहे हैं।

धर्मशाला, नीरज व्यास। कोविड-19 महामारी के कारण लागू कोविड कर्फ्यू के बीच लोग पहाड़ का रुख कर रहे हैं। पहाड़ पर इस तरह से पार्टी व मौज मस्ती के लिए जाना घातक हो सकता है। इन दिनों मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। कभी भी तेज बारिश तो कभी तूफान व ओलावृष्टि हो रही है। ऐसे में युवाओं की टौलियां अलग-अलग स्थानों से पहाड़ों का रुख कर रही है। कुछ अपने साथ म्युजिक सिस्टम लेकर जा रहे हैं तो कुछ खाने पीने की पैकड वस्तुएं। वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो वहां पर जाकर खाना बना रहे हैं, ले जाती बार तो सब याद रहता है कि क्या क्या सामान पहाड़ पर लेकर जाना है। लेकिन प्लास्टिक व अन्य पर्यावरण प्रदूषित करने वाली वस्तुएं वहीं पर छोड़ आ रहे हैं। जिस कारण पहाड़ पर भेड़ बकरियां चरा रहे चरवाहे भी युवाओं की इन टोलियों से परेशान हैं। म्यूजिक सिस्टम को बजाकर नाच गाना कर रहे हैं और अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। कोविड-19 कर्फ्यू के समय में युवाओं का पहाड़ों की तरफ रुख करना भी कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है।

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इन इलाकों में जा रही युवाओं की टोलियां

त्रियुंड, इलाका, ल्वास कुड, थातरी, अप्परी थातरी, खड़ौता, अप्पर खड़ौता, माणा, ठठारना, आदि हिमानी चामुंडा, तालंग जोत, नड्डी, गुणा माता, करेरी झील आदि स्थानों का रुख युवाओं की टोलियां कर रही हैं। लेकिन इन पर चेक कोई नहीं है। न तो वन विभाग की तरफ से कोई चेक है और न ही पुलिस विभाग कोई सख्ती दिखा पा रहा है।

बिगड़ैल मौसम हो सकता है जानलेवा साबित

जंगल का रुख कर रही युवाओं की टोलियों में ज्यादातर अपना बैग लेकर जंगल में जारहे हैं, कुछेक बिना तैयारी के जंगल में जा रहे हैं। जिनके साथ न तो गाइड है और न ही उन्हें उन ठिकानों का पता है जहां पर भारी बारिश, तूफान व ओलावृष्टि‍ के समय में शरण ली जा सकती है। ऐसे में बगडैल मौसम कभी भी कहर बरपा सकता है।

पुलिस बढ़ाएगी गश्‍त

कांगड़ा जिला के पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन ने बताया पुलिस की गश्त बढ़ाई जाएगी। सभी लोग कोविड-19 नियमों की पालना करें, किसी तरह की पार्टी व मौजमस्ती के लिए जंगल में न जाएं, इसके लिए किसी तरह की कोई इजाजत नहीं हैं। संबंधित स्थानों के थाना प्रभारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए जाएंगे।


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