सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत नहीं, नौकरी मांग रहे हिमाचल के युवा, पढ़ें पूरा मामला
Youth Demand Jobs on CM Helpline सर... मेरे घर की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है। सरकारी नौकरी ही परिवार को सहारा दे सकती है।
शिमला, जेएनएन। सर... मेरे घर की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है। सरकारी नौकरी ही परिवार को सहारा दे सकती है। कृपया सरकारी नौकरी दिला दें। यह फरियाद किसी एक युवा ने नहीं बल्कि करीब डेढ़ हजार युवाओं ने मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन पर की जिसे शुरू हुए दो ही दिन हुए हैं। हैरत यह है कि जिस हेल्पलाइन पर सरकारी विभागों से जुड़ी शिकायतें की जानी हैं, वहां युवा अपने लिए नौकरी मांग रहे हैं। प्रदेश में बेरोजगारी की हालत यह है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जैसे ही हेल्पलाइन शुरू की, नौकरियां प्राप्त करने के लिए फोन आने शुरू हो गए। युवा हेल्पलाइन पर जानकारी मांग रहे थे कि सरकारी नौकरी किस तरह मिल सकती है।
मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन शुरू करने का उद्देश्य यह था कि लोगों को छोटे-छोटे कार्य करवाने के लिए जिला मुख्यालय और शिमला सचिवालय में न आना पड़े। हेल्पलाइन में स्पष्ट है कि इसमें ऐसी शिकायतें दर्ज होंगी जिनका संबंध सरकारी विभागों से हो ताकि उनका समाधान किया जा सके। इसके अलावा लोग सरकारी विभागों की कार्यशैली में सुधार लाने के लिए सुझाव भी दे सकते हैं। ऐसी कोई मांग दर्ज नहीं की जाएगी जो आर्थिक स्थिति जुड़ी हो। वित्तीय मामलों को लेकर कोई शिकायत मान्य नहीं होगी। हेल्पलाइन पर लोग सुबह सात बजे से रात दस बजे तक शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
मांग से जुड़ी कॉल स्वीकार्य नहीं
सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन पर मांग से जुड़ी कोई भी कॉल स्वीकार्य नहीं होगी। यदि कोई फोन कर सरकारी नौकरी की मांग करेगा तो उसका कोई फायदा नहीं है। हेल्पलाइन पर ऐसी शिकायत हो जिसका सरकारी विभागों में निवारण नहीं किया जा रहा हो। हेल्पलाइन के जरिये ऐसी शिकायतों का समाधान निकालकर संबंधित व्यक्ति को सूचित किया जाएगा।