23 साल की उम्र से लगातार पंचायत का प्रतिनिधित्व कर रहे लदवाड़ा के योग राज, पढ़ें खबर Kangra News
Yog Raj Chadha Ladwara विकास खंड रैत के तहत पड़ती ग्राम पंचायत (मुंदला) लदवाड़ा से योग राज चड्ढा वर्ष 2000 से उपप्रधान बनते आ रहे हैं। लगातार जीत का सफर वर्ष 2000 से ही शुरू नहीं होता बल्कि वे सन 1978 से अपनी पंचायत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
धर्मशाला, मुनीष गारिया। आम धारणा होती है कि विकास के लिए बदलाव जरूरी है, लेकिन अगर कोई प्रतिनिधि निरंतर समाज के साथ चलकर विकास करवाता रहे तो ऐसे प्रतिनिधि काे बदलने की जरूरत नहीं होती। दूसरी बड़ी बात जरूरी नहीं कि आजकल के युवाओं की पंसद युवा ही होते हैं, वरिष्ठ लोग भी युवाओं की पंसद हो सकते हैं। इस सभी बातों को वर्ष 1978 से सार्थक करते आए हैं योगराज चड्ढा।
विकास खंड रैत के तहत पड़ती ग्राम पंचायत (मुंदला) लदवाड़ा से योग राज चड्ढा वर्ष 2000 से उपप्रधान बनते आ रहे हैं। लगातार जीत का सफर वर्ष 2000 से ही शुरू नहीं होता, बल्कि वे सन 1978 से अपनी पंचायत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। योग राज चड्ढा अपनी पंचायत के पांच बार प्रधान भी रह चुके हैं।
दैनिक जागरण से बातचीत में योगराज चड्ढा ने बताया जब वह 20 साल के थे, तब उसके पिता भानुमल का निधन हो गया। उस दौर में चुनाव केवल रसूखदार लोग ही लड़ते थे। रसूखदार लोगों के अलावा अन्य का चुनाव के बारे में सोचना भी बहुत दूर की बात थी। जब उनकी आयु 23 साल की थी तो 1978 में पंचायत चुनाव के दौरान गांव के कुछ लोगों ने उन्हें प्रधान पद का चुनाव लड़ने को कहा। ग्रामीणों के सहयोग से वह पहली बार प्रधान बने। इसके बाद 1983-85 तक, फिर 1986, 1990, 1995 तक लगातार पंचायत के प्रधान रहे।
इस चुनाव के बाद वर्ष 2000 में उनकी पंचायत के प्रधान पद की सीट आरक्षित हो गई। एक बार मन किया कि चुनाव न लड़ें, लेकिन समाजसेवा में मन लग गया था तो 2000 में उपप्रधान का चुनाव लड़ा व जीत गए। उसके बाद लगातार उपप्रधान बनकर ही समाजसेवा कर रहे हैं। इस बार के चुनावों में पूरी पंचायत के 51 फीसदी वोट योगराज के पक्ष में ही डले थे।
क्या किया पंचायत में अपने कार्यकाल में खास
- लदवाड़ा पंचायत के हर वार्ड में सामुदायिक भवन निर्माण।
- युवाओं के लिए खेल मैदान का निर्माण करवाया।
- ओपन एयर जिम स्थापित करवाया।
क्या है योजना
योग राज कहते हैं कि इस बार उनका मुख्य कूड़ा कचरा ठिकाने लगाना है। प्रदूषण रहित कूड़ा संयंत्र प्लांट स्थापित करना चाहते हैं। योग राज कहते हैं कि आजकल पंचायत का अथाह विकास किया जा सकता है। पहले पंचायतों को बजट का अभाव होता था, लेकिन अब स्थिति यह है कि पंचायत की ओर से उचित प्लान जाए तो तत्काल उसे स्वीकृति दे दी जाती है।