हिमाचल में खुलेंगे महिला हेल्प डेस्क, पुलिस थानों व पुलिस जिला कार्यालयों में होंगे स्थापित, इस तरह करेंगे काम
Women Help Desk हिमाचल प्रदेश में महिला अपराधों की रोकथाम के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाने का फैसला लिया है। इस संबंध में भाजपा के विजन डॉक्यूमेंट को लागू ककरने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
शिमला/धर्मशाला, जेएनएन। Women Help Desk, हिमाचल प्रदेश में महिला अपराधों की रोकथाम के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाने का फैसला लिया है। इस संबंध में भाजपा के विजन डॉक्यूमेंट को लागू ककरने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में पहली बार महिला हेल्प डेस्क स्थापित होंगे। ये डेस्क पुलिस थानों व जिला पुलिस कार्यालयों में स्थापित होंगे। थानों को वूमेन फ्रेंडली बनाया जाएगा। महिला अपराधों के साथ पहले से अधिक संवेदनशीलता के साथ निपटा जाएगा। ऐसे हेल्प डेस्क खोलने के प्रस्तावों को शुक्रवार को प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें पुलिस महकमे में महिला हेल्प डेस्क को मजबूती प्रदान करने के लिए 136 स्कूटी, स्कूटर, 272 हेलमेट, 136 डेस्कटॉप कंप्यूटर खरीदने की भी स्वीकृति प्रदान की गई।
महिला हेल्पलाइन है अप्रभावी
मौजूदा समय में प्रदेश में राज्य स्तर पर एक महिला हेल्पलाइन है। इस हेल्पलाइन का नंबर 1091 है। इसे वर्ष 2013-14 में स्थापित किया गया था, लेकिन अब यह अप्रभावी है। जब से गुडिय़ा हेल्पलाइन स्थापित की गई, शक्ति बटन ऐप आया, तब से इस पर कॉल काफी कम हो गई है। इस कारण यह बंद होने के कगार पर है।
26 जनवरी को हुई थी इन हेल्पलाइन की शुरुआत
भाजपा के सत्ता में आने के बाद मौजूदा सरकार के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने महिला अपराधों की रोकथाम को लेकर नई पिल की। उन्होंने 26 जनवरी 2018 को गुडिय़ा हेल्पलाइन 1515, शक्ति एप, होशियार ङ्क्षसह हेल्पलाइन का शुभारंभ किया था। ये दोनों हेल्पलाइन काफी प्रभावी साबित हो रही है। इसके अलावा इमरजेंसी रिस्पांस स्पोर्ट सिस्टम 112 पर आपातकाल हेल्पलाइन में लोग ज्यादा कॉल कर रहे हैं। होशियार ङ्क्षसह हेल्पलाइन में लोग खनन माफिया, वन माफिया, शराब माफिया के बारे में सूचनाएं दे रहे हैं।
राज्य में पुलिस थाने
- थाने,136
- महिला थाने,11
- नोट : लाहुल स्पीति और किन्नौर को छोड़कर सभी जिलों में महिला थाने हैं। इनमें पुलिस जिला बद्दी भी शामिल है।
ये यूनिट भी होंगे मजबूत
प्रदेश के छह जिलों शिमला, कांगड़ा, कुल्लू, सिरमौर, सोलन और चंबा के एंटी ह्यूमन ट्रैफिङ्क्षकग यूनिट को और मजबूत किया जाएगा। इसे सुदृढ़ बनाने के लिए आवश्यक मशीनरी और उपकरण प्रदान करने के लिए मंत्रिमंडल ने स्वीकृति प्रदान की।
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