परीक्षाएं शुरू हुईं तो पता चला स्कूल में खराब पड़े हैं सीसीटीवी कैमरा, शिक्षा विभाग ने लिया कड़ा संज्ञान
Himachal Pradesh School स्कूलों में वार्षिक परीक्षाओं से लेकर अन्य गतिविधियों पर नजर रखने के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे खराब हो गए हैं। दूर दराज क्षेत्रों के स्कूलों के अलावा शहर के कई स्कूलों में भी कैमरे खराब पड़े हुए हैं।
शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Pradesh School, स्कूलों में वार्षिक परीक्षाओं से लेकर अन्य गतिविधियों पर नजर रखने के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे खराब हो गए हैं। दूर दराज क्षेत्रों के स्कूलों के अलावा शहर के कई स्कूलों में भी कैमरे खराब पड़े हुए हैं। कई कैमरे सीलन के कारण खराब हुए हैं जबकि कईयों में अन्य तकनीकी खामी आई है। इन की प्रॉपर मॉनिटरिंग न होने के चलते ये खस्ता हालत में पड़े हुए हैं। विभाग ने जिस मकसद से इसे लगाया था वह पूरा नहीं हो रहा है। सरकारी स्कूलों में नवीं से 12वीं कक्षाओं की फर्स्ट टर्म परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। परीक्षाओं के दौरान यह पता चला कि कैमरे खराब पड़े हुए हैं।
आनन फानन में स्कूल अब इसे ठीक करवाने में जुट गए हैं। कई स्कूल प्रधानाचार्य तर्क दे रहे हैं कि कोरोना के चलते स्कूल बंद पड़े हुए थे। कैमरों की तरफ किसी ने ध्यान ही नहीं दिया। इसलिए कैमरे खराब हुए हैं इसका पता ही नहीं चल पाया। कैमरों के खराब होने के कई कारण बताए जा रहे हैं।
सीसीटीवी लगाने वाली संबंधित एजेंसी को ढंग से वायरिंरग करने का निर्देश दिया गया था। इसमें कहा गया था कि इसकी वायरिंग इस तरह से करें ताकि सीलन इत्यादी में इस पर असर न पड़े। कई स्थानों पर बरसात का पानी तार से होते हुए सीधे सीसीटीवी के डीबीआर और मॉनीटर में पहुंचा जिससे इसमें खराबी आई है।
स्कूलों से मांगी रिपोर्ट: अशोक शर्मा
उप शिक्षा निदेशक अशोक शर्मा ने जिला के सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को सर्कुलर भेजा है। इसमें स्कूल प्रधानाचार्यों को सीसीटीवी कैमरों का रिकार्ड भेजने को कहा गया है। इसमें पूछा गया है कि कितने कैमरे चल रहे हैं, कितने खराब पड़े हुए हैं। विभाग ने 26 जुलाई को निर्देश दिए थे कि परीक्षा से पहले सीसीटीवी कैमरों को ठीक करवाया जाए। सर्कुलर के साथ एक फॉर्मेट भी भेजा गया है। स्कूलों को 30 नंवबर तक इसे उप शिक्षा निदेशक कार्यालय भेजने को कहा गया है।