मौसम ने बदली करवट; धर्मशाला में बारिश, धौलाधार में हलका हिमपात
हिमाचल प्रदेश में मौसम ने करवट बदली है। नवरात्र व दशहरा के बाद मौसम विभाग ने पहले ही बारिश की संभावना जता दी थी। ऐसे में रविवार सुबह ही धर्मशाला में घनघोर बादल छाए और एकाएक बारिश शुरू हो गई। धौलाधार में बारिश के बाद हलका हिमपात हुआ है।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश में मौसम ने करवट बदली है। नवरात्र व दशहरा के बाद मौसम विभाग ने पहले ही बारिश की संभावना जता दी थी। मौसम विभाग ने 16 व 17 को बारिश होने की उम्मीद जताई थी। ऐसे में रविवार सुबह ही धर्मशाला में घनघोर बादल छाए और एकाएक बारिश शुरू हो गई। धौलाधार में बारिश के बाद हलका हिमपात हुआ है। जिस कारण ठंडक बढ़ गई है।
जिन स्थानों पर किसानों ने सब्जियों को बीजना है उनके लिए तो यह मौसम बेहतर है और आगामी फसल को लगाने के लिए पानी की उपलब्धता हो जाएगी, लेकिन जो किसान धान की फसल की कटाई व थ्रेसिंग कर रहे हैं या धान की फसल को समेटने में जुटे हैं उन किसानों के लिए मौसम की यह खलबली परेशान करने वाली है।
धर्मशाला में सुबह तड़के मौसम बिल्कुल साफ था, लेकिन धीरे-धीरे बादल छाए। कुछ ही समय में यहां पर बारिश शुरू हो गई। सात बजकर 20 मिनट पर धर्मशाला में बारिश शुरू हो गई और करीब नौ बजे तक बूंदाबांदी जारी रही। हालांकि बादल छंटे नहीं हैं और बारिश होने की उम्मीद है। जो किसान धान की फसल को समेटने की तैयारी में थे उनकी फसल भीग गई है।
उपायुक्त ने अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर न जाने की दी हिदायत
धौलाधार में बारिश के बाद हल्का हिमपात हुआ है। जिस कारण कुछ ठंडक जरूर हो गई है। वहीं लोगों को हिदायत दी गई है कि जिला कांगड़ा के ऊंचाई वाले स्थानों पर न जाएं। अधिक हिमपात हो सकता है और इससे नुकसान हो सकता है। उपायुक्त डा. निपुण जिंदल ने लोगों से आग्रह किया है कि 17 व 18 अक्टूबर को ऊंचाई वाले स्थानों पर न जाएं। 17 व 18 अक्टूबर के लिए ऊंचाई वाले स्थानों में हिमपात की चेतावनी दी गई है। धर्मशाला, बैजनाथ, पालमपुर व शाहपुर के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और बारिश की संभावना है। मौसम विभाग की पुर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए नागरिकों और पर्यटकों को सूचित किया जाता है कि वह अधिक ऊंचाई व निम्न तापमान वाले इलाकों में अनावश्यक यात्रा करने से बचें एवं अपने घरों में तथा सुरक्षित स्थानों पर रहे और किसी प्रकार का जोखिम न उठाएं। सभी संबंधित ग्राम पंचायत प्रधान, सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों से भी आग्रह है कि इस बारे में अपने आसपास के लोगों को जागरूक करें।
उपायुक्त ने कहा कि कि किसी प्रकार की आपदा की स्थिति में तत्काल जिला आपदा प्रबंधन परिचालन केंद्र के दूरभाष नंबर व 1077 पर सूचित करेंगे।